सुप्रीम कोर्ट में कोरोना संक्रमण से पहले कर्मचारी की मौत, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में संभल नहीं रहे हालात
राजधानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट प्रशासनिक शाखा के एक सदस्य की कोविड-19 के संक्रमण से मौत हो गई है। सुप्रीम कोर्ट में कोरोना संक्रमण से किसी कर्मचारी की मौत का यह पहला मामला है। राजधानी दिल्ली में हर रोज हजारों लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं...
नई दिल्ली, पीटीआइ/जेएनएन। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी देखी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट प्रशासनिक शाखा के एक सदस्य की भी कोविड-19 के संक्रमण से मौत हो गई है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि राजेंद्र रावत (Rajendra Rawat) की शनिवार को कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। वह सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक विभाग में कार्यरत थे। अधिकारी ने बताया कि पांच दिन पहले उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी।
सुप्रीम कोर्ट में कोरोना संक्रमण से किसी कर्मचारी की मौत का यह पहला मामला है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू होने से दो दिन पहले यानी 23 मार्च से ही सर्वोच्च न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मामलों की सुनवाई कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि रावत की उम्र लगभग 50 साल थी। उनके परिवार में पत्नी और तीन संताने हैं। बीते 19 अगस्त तक लगभग 125 रजिस्ट्री कर्मचारी और उनके परिजन कोरोना से संक्रमित हुए हैं।
वहीं राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां हर रोज हजारों लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं जबकि सौ से ज्यादा लोगों की संक्रमण से मौत हो रही है। रविवार को 6,746 नए मामले आए जबकि 6,154 मरीज ठीक हुए। तीसरे दिन सौ से ज्यादा 121 मरीजों की मौत हुई। बीते तीन दिन में ही राजधानी दिल्ली 350 और इस माह अब तक 1,880 मरीजों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में अब तक कुल पांच लाख 29 हजार 863 मामले आ चुके हैं। हालांकि चार लाख 81 हजार 290 मरीज ठीक भी हुए हैं।
दिल्ली में संक्रमण दर 12.29 फीसद है। एक दिन पहले यह 12.90 फीसद थी। दिल्ली में 64 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इस तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कंटेनमेंट जोन 4,633 से बढ़कर 4,697 हो गए हैं। दिल्ली में मृत्यु दर 1.58 फीसद है। दिल्ली में कुल 40,212 सक्रिय मरीजों का इलाज जारी है जिनमें से अस्पतालों में 9,418 भर्ती हैं। इसके अलावा कोविड केयर सेंटर में 550 व कोविड हेल्थ सेंटर में 197 मरीज भर्ती हैं। बीते दिनों सामाचार एजेंसी पीटीआइ की एक रिपोर्ट आई जिसमें संसद के बजट सत्र और शीत सत्र को एक साथ संपन्न कराने पर विचार किए जाने की बात कही गई थी...
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