नासा ने पहले कभी नहीं देखी गैलेक्सी ग्रुप Stephan’s Quintet की ऐसी तस्वीरें, जेम्स वेब ने कराई उपलब्ध
वैज्ञानिकों को नासा के भेजे जेम्स वेब टेलिस्कोप ने ब्रह्मांड की कुछ ऐसी तस्वीरें उपलब्ध कराई हैं जो पहले कभी नहीं देखी गईं। इन तस्वीरों के माध्यम से वेज्ञानिकों को ब्रह्मांड के रहस्यों को सुलझाने में मदद मिल सकेगी।
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने पहली बार अंतरिक्ष की गहराइयों में मौजूद Stephan’s Quintet गैलेक्सी ग्रुप की दुर्लभ और हाई रिजोल्यूशन वाली तस्वीरें देखी हैं। ये तस्वीरें नासा द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए जेम्स बेव टेलिस्कोप ने खींची हैं। नासा के मुताबिक Stephan’s Quintet पांच गैलेक्सीज का एक ग्रुप है।
ब्रह्मांंड की शुरुआत
इन तस्वीरों के जरिए नासा के वैज्ञानिकों को ये समझने में मदद मिल सकती है कि आखिर ब्रह्मांड अपने शुरुआती समय में कैसा दिखाई देता था। नासा के मुताबिक ये इमेज जेम्स वेब के हाई रिजोल्यूशन वाले इंफ्रारेड कैमरे से ली गई हैं। इस तस्वीर में वैज्ञानिकों को हजारों क्लस्टर और लाखों नए तारे दिखाई दिए हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में स्टारबर्स्ट से नासा को नए तारों के जन्म का भी प्रमाण मिला है।
क्लस्टर के बीच गैलेक्सी
जेम्स वेब की तस्वीरों में इनके जन्म के दौरान निकलती गैस की लकीर, धूल साफतौर पर देखी जा सकती है। जेम्स वेब ने जो तस्वीरें नासा को उपलब्ध करवाई हैं उनमें से एक गैलेक्सी का नाम NGC 7318B है, जो एक विशाल क्लस्टर के बीच है।
अरबों प्रकाश वर्ष दूर
इन पांच गैलेक्सीज के ग्रुप को Hickson Compact Group 92 (HCG 92) भी कहा जाता है। इनमें से चार गैलेक्सीज एक दूसरे के काफी करीब हैं और पांचवीं गैलेक्सी NGC 320 इन चारों से कुछ अधिक दूरी पर है। NGC 7320 धरती से करीब 4 करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है, जबकि अन्य चार NGC 7317, NGC 7318A, NGC 7318B, and NGC 7319) धरती के करीब 3 अरब प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित हैं। नासा को मिली ये तस्वीरें ब्रह्मांड की गहराई में और अंदर तक झांकने में मददगार साबित हो सकती हैं।
ब्रह्मांड के रहस्य
जेम्स वेब की ये तस्वीरें ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्यों को सुलझाने के अलावा ब्लैक होल के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराएगी। ब्लैक होल आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक अनसुलझी गुत्थी बना हुआ है। नासा को मिली जानकारी के अनुसार NGC 7319 गैलेक्सी किसी सुपरमैसिव ब्लैक होल की तरह है जो सूरज से करीब 24 करोड़ गुना बड़ा है। इसकी ऊर्जा सूरज जैसे करीब 4 अरब तारो को रोशन कर सकती है।
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