Move to Jagran APP

जनवरी 2017 से रेलवे परिसरों से रोजाना 30 से ज्यादा बच्चे बचाए गए

जहां तक सालाना संख्या का सवाल है तो आंकड़े के अनुसार, 2017 में 11,178 बच्चों को बचाया गया।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sat, 29 Sep 2018 10:44 PM (IST)Updated: Sat, 29 Sep 2018 10:44 PM (IST)
जनवरी 2017 से रेलवे परिसरों से रोजाना 30 से ज्यादा बच्चे बचाए गए
नई दिल्ली, प्रेट्र। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने जनवरी 2017 से इस वर्ष अगस्त तक रोजाना 30 से ज्यादा बच्चों को बचाया है। 2017 से पहले लगातार तीन वर्षो तक 20 से कम बच्चे बचाए गए थे। सरकारी आंकड़े के मुताबिक, जनवरी 2017 से 20 महीनों में आरपीएफ ने 20,000 से ज्यादा बच्चों को बचाया है। वर्ष 2014, 2015 और 2016 के दौरान इतनी ही संख्या में ऐसे बच्चे घर भेजे गए।

जहां तक सालाना संख्या का सवाल है तो आंकड़े के अनुसार, 2017 में 11,178 बच्चों को बचाया गया। अगस्त 2018 तक 8,063 बच्चों को बाल क्याण समिति और एनजीओ की मदद से घर भेजा गया। इस तरह 20 महीनों में ऐसे कुल बच्चों की संख्या 20,141 है। 20 महीनों में यह संख्या 1000 बच्चे प्रति माह होती है जिसके आधार पर रोजाना 30 से ज्यादा बच्चे होते हैं।

वर्ष 2014 में 5,294 बच्चे बचाए गए थे। इसके बाद के वर्ष में आरपीएफ ने 7,044 बच्चों को बचाया, जबकि 2016 में बल ने 8,593 बच्चों को घर भेजा। इस तरह 36 महीनों में 20931 बच्चे बचाए गए।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.