नोटबंदी पर विपक्ष को जवाब देने देश भर में उतरेंगे मोदी के मंत्री
सरकार की उपलब्धियों के बखान के इस अभियान में केन्द्र सरकार के तमाम मंत्रियों के साथ, सांसदों व भाजपा के विधायकों को भी मैदान में उतारा जाएगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । नोटबंदी पर विपक्ष की सियासत का जवाब देने केलिए एनडीए सरकार अपने ढाई साल के कामकाज को अगले सौ दिनों में पूरे देश में जनता के बीच ले जाएगी। इसकी शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री भाजपा के दिग्गज अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन 25 दिसंबर से होगी। सरकार की उपलब्धियों के बखान के इस अभियान में केन्द्र सरकार के तमाम मंत्रियों के साथ, सांसदों व भाजपा के विधायकों को भी मैदान में उतारा जाएगा। मोदी सरकार ने वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रुप में मनाने का भी फैसला किया है।
सूचना प्रसारण मंत्री वैंकैया नायडू ने केन्द्र सरकार का वर्ष 2017 का आधिकारिक कैलेंडर जारी करने के दौरान यह घोषणा की। नए साल के कैलेंडर की थीम है 'मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है।' नायडू ने कहा कि वास्तव में मोदी सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में देश में बदलाव का दौर शुरू हो गया है। कैलेंडर के हर महीने के पन्ने पर पीएम मोदी की तस्वीर के साथ सरकार की फ्लैगशिप स्कीम से आ रहे बदलावों को रेखांकित किया गया है।
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इसी दौरान वैंकैया ने वाजपेयी के जन्म दिन को सुशासन दिवस के रुप में मनाने और 100 दिनों तक सरकार की उपलब्धियों के बारे में जनता को रूबरू कराने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने देश की तस्वीर बदलने की बहुआयामी रूपरेखा तैयार कर इसकी शुरुआत की और सुशासन दिवस उनके योगदानों को सलाम है। नायडु ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले ढाई साल में इतने अहम काम किए हैं जिनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाना भी सुशासन का हिस्सा है। इसीलिए केन्द्रीय मंत्रियों के देश भर में इस अभियान के तहत अगले सौ दिन दौरे तो होंगे ही पार्टी सांसदों व विधायकों को भी इस अभियान से जोड़ा जाएगा। ताकि सरकार की उपलब्धि हर स्तर पर पहुंचाई जा सके।सूचना प्रसारण मंत्री ने भारत के प्रेस रजिस्ट्रार की ओर से वर्ष 2015-16 की वार्षिक रिपोर्ट भी जारी की। इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए नायडु ने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि देश में हिन्दी के अखबार प्रिंट मीडिया में सबसे आगे हैं। इसके अनुसार हिन्दी अखबारों का इस साल के दौरान सर्कुलेशन 31,44,55,़10 रहा जो अंग्रेजी और उर्दू से पांच गुना से ज्यादा है।
नायडू ने कहा कि इससे साबित होता है कि लोग अपनी मातृभाषा में अखबार पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि अपनी भाषा की मिठास मां के दूध जैसी होती है। उन्होंने कहा कि इसीलिए सरकार का पूरा फोकस हिन्दी से लेकर सभी भाषायी प्रिंट मीडिया को प्रोत्साहित करने पर है। कैलेंडर लांच के दौरान सूचना प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन राठौर, मंत्रालय के सचिव अजय मित्तल और प्रेस रजिस्ट्रार एसएम खान भी मौजूद थे।