नरेंद्र मोदी ने आखिरकार माना राहुल गांधी को अपना प्रतिद्वंदी : शिवसेना
शिवसेना ने कहा है कि नरेंद्र मोदी ने आखिर कांग्रेस के अध्यक्ष चुने जाने वाले राहुल गांधी को गुजरात चुनाव में अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी मान लिया है।
मुंबई (आइएएनएस)। 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरकार राहुल गांधी को अपना प्रतिद्वंदी मान ही लिया है।' ये बातें शिवसेना के मुखपत्र सामना में बुधवार को प्रकाशित एक लेख में कही गई है।
शिवसेना ने कहा है कि नरेंद्र मोदी ने आखिर कांग्रेस के अध्यक्ष चुने जाने वाले राहुल गांधी को गुजरात चुनाव में अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी मान लिया है। चार साल पहले पप्पू के नाम से प्रसिद्ध हुए राहुल गांधी अब अपने दम पर पार्टी में एक मजबूत नेता के रुप में उभरे हैं।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' और 'दोपहर का सामना' में लिखा है कि राहुल गांधी भाजपा के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में आए परिणामों के बाद अब सभी को बेसब्री से गुजरात चुनाव के परिणाम का इंतजार है। शिवसेना ने कहा कि राहुल ने यह साबित कर दिखाया है कि वे अब पप्पू नहीं रहे और भाजपा को भी यह मानना पड़ेगा।
लेख में कहा गया है कि राजनीति में अपने विपक्ष में किसी को खड़ा नहीं होने देने का वातावरण पैदा कर देना काफी खतरनाक है। और इस माहौल में राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने जा रहे हैं। महाराष्ट्र की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए शिवसेना ने कहा कि भाजपा ने 'औरंगजेब राज' के रूप में कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में गांधी के (अपेक्षित) पदोन्नति पर हमला शुरू कर दिया था। जबकि इसके बदले भाजपा को राहुल के मंदिर दौरे का स्वागत करना चाहिए जो हिंदुत्व समर्थित गतिविधि को बल देने की तरफ इशारा करता है।
नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए शिवसेना ने कहा, "यदि आप मुगलों के प्रति इतनी घृणा करते हैं, तो महाराष्ट्र सरकार को आपको राज्य में औरंगजेब और अफजल दोनों की कब्रों को नष्ट करने का आदेश देना चाहिए। कांग्रेस के ढलते दौर में एक अध्यक्ष पद के तौर पर पार्टी के पुनरुत्थान के लिए राहुल के सामने एक बड़ी चुनौती होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपनी नई भूमिका में पार्टी के लिए कौन सी दिशा-दशा तय करते हैं।
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