अब कहर बनी बारिश, कई जगह तापमान गिरा
रविवार को हुई बारिश तथा तेज आंधी के कारण उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में सोमवार को औसत से कम ही रिकार्ड किया गया। दिल्ली में रविवार की रात हुई तेज बारिश से तापमान गिरकर सोमवार को 36.4 डिग्री हो गया। बीती रात दिल्ली में 12.6 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में सोमवार को भी तेज बारिश हुई। उत्तर प्रदेश में तेज आंधी और बारिश से रविवार को तेरह लोगों की मौत हो गई। तूफान का सर्वाधिक प्रभाव
नई दिल्ली, जेएनएन। रविवार को हुई बारिश तथा तेज आंधी के कारण उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में सोमवार को औसत से कम ही रिकार्ड किया गया।
दिल्ली में रविवार की रात हुई तेज बारिश से तापमान गिरकर सोमवार को 36.4 डिग्री हो गया। बीती रात दिल्ली में 12.6 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में सोमवार को भी तेज बारिश हुई। उत्तर प्रदेश में तेज आंधी और बारिश से रविवार को तेरह लोगों की मौत हो गई। तूफान का सर्वाधिक प्रभाव मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही जिलों में देखने को मिला। सिद्धार्थनगर में आसमानी बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। महाराजगंज, संत कबीर नगर और गोरखपुर में क्रमश: एक-एक लोगों की मौत हो गई। सर्वाधिक बारिश में 40 मिमी. गोरखपुर में दर्ज हुई। इसके विपरीत लखीमपुर खीरी में सर्वाधिक तापमान 42.4 डिग्री रिकार्ड हुआ। पंजाब और हरियाण बीती रात आई धूलभरी आंधी और हल्की बारिश से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली। यहां लुधियाना में तापमान 38.5 डिग्री रहा। इस आंधी-पानी का असर हरियाणा में देखने को मिला।
पश्चिम - उत्तर भारत में अवश्य तापमान एक से तीन डिग्री तक बढ़ा। यहां राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री रिकार्ड किया गया।
उत्तराखंड के उंचाई वाले क्षेत्र में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग में नाबीढांग से लेकर लिपूलेख तक अभी भी छह फीट बर्फ जमी हुई है। 9 जून को दिल्ली से यात्रा शुरू होगी और 13 जून को पहला दल आधार शिविर धारचूला पहुंचेगा। उच्च हिमालयी भू-भाग के पड़ावों में यात्रा की कोर्डिनेटर भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा तैयारियां अंतिम चरण पर हैं।
हिमाचल प्रदेश में मौसम के मिजाज अब भी सख्त है। सोमवार को भी प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश हुई जबकि कुछ क्षेत्रों में सुबह से धूप खिली रही। इससे अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
चार दिन बाद बहाल हुआ रोहतांग दर्रा
मनाली। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने चार दिन के बाद भारी दिक्कतों के बीच रोहतांग दर्रा बहाल कर लिया है। दर्रे के बहाल होते ही मनाली-केलंग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है।