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देवयानी मुद्दा: भारत ने रोकी अमेरिकी राजनयिकों की सुविधाएं

भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे से बदसलूकी पर बिफरे भारत ने राजनीतिकऔर राजनयिक स्तर पर अमेरिका को तल्ख संदेश दिया है। अमेरिकी राजनयिकों को भारत में मिली कई राजनयिक रियायतें और विशेष सुविधाएं वापस ले ली गई हैं।

By Edited By: Published: Tue, 17 Dec 2013 07:24 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2013 04:19 AM (IST)
देवयानी मुद्दा: भारत ने रोकी अमेरिकी राजनयिकों की सुविधाएं

नई दिल्ली। भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे से बदसलूकी पर बिफरे भारत ने राजनीतिकऔर राजनयिक स्तर पर अमेरिका को तल्ख संदेश दिया है। अमेरिकी राजनयिकों को भारत में मिली कई राजनयिक रियायतें और विशेष सुविधाएं वापस ले ली गई हैं।

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भारत ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख इख्तियार करते हुए नई दिल्ली के शांति पथ स्थित अमेरिकी दूतावास के पास लगे अतिरिक्त बैरिकेड हटा दिए। इसके अलावा भारत स्थित अमेरिकी स्कूलों और उनमें काम कर रहे स्टाफ के वेतन व बैंक खातों की जानकारी तलब की गई है। साथ ही अमेरिकी दूतावास की ओर से किए जा रहे सभी आयात मंजूरी पर रोक लगा दी गई है। भारत ने अमेरिकी दूतावास में काम कर रहे सभी भारतीयों को मिल रहे वेतन व बैंक खातों की जानकारी भी मांगी है।

इसके अलावा अमेरिकी राजनयिक व दूतावास कर्मचारी अपने एयरपोर्ट पास लौटाने के आदेश दिए गए हैं। मुंबई, कोलकाता, चेन्नई स्थित सभी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सभी कर्मचारियों से उनके पहचान-पत्र वापस मांगे गए हैं।

वीजा धोखाधड़ी मामले में भारतीय राजनयिक को मिली जमानत

राजनयिक की गिरफ्तारी का असर भारत अमेरिका के रिश्तों पर नहीं

महिला अधिकारी के साथ अपमानजनक बर्ताव और अड़ियल अमेरिकी रवैये के खिलाफ साझा व सख्त संदेश देते हुए राहुल गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी तक कई आला नेताओं ने भारत दौरे पर आए अमेरिकी सांसदों से मिलने से इन्कार कर दिया। राजधानी स्थित अमेरिकी दूतावास ने खुद ही जो बेरीकेडिंग लगाई थी, उन्हें दिल्ली पुलिस ने हटा दिया। भारत को मामले में बिना शर्त माफी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं है।

न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में तैनात विदेश सेवा की अधिकारी देवयानी को हथकड़ी लगाने और कपड़े उतरवाकर तलाशी लेने की घटना पर एतराज दर्ज कराते हुए मंगलवार को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इन्कार कर दिया। भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात रद कर दी। मोदी ने ट्वीट किया, 'अमेरिका में भारतीय राजनयिक से बदसलूकी के खिलाफ जनभावना के साथ खड़े होकर मैंने अमेरिकी दल से मुलाकात नहीं की।'

इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने भी अमेरिकी दल से अपनी मुलाकात रद कर दी थी। मेनन ने देवयानी के साथ हुए व्यवहार को बर्बर करार दिया। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने अमेरिका को अपनी सोच बदलने की नसीहत देते हुए कहा कि उसे दूसरे देशों की प्रतिष्ठा को समझना होगा। देवयानी के पिता उत्तम खोबरागडे ने मंगलवार को गृह मंत्री शिंदे से मिलकर बेटी के आत्मसम्मान की रक्षा की गुहार लगाई। शिंदे ने उन्हें आश्वासन दिया कि मामले को केंद्र सरकार शीर्षस्थ स्तर से उठा रही है।

बीते सप्ताह घरेलू नौकर के मामले में वीजा गड़बड़ी की शिकायत के बाद अमेरिकी एजेंसियों ने देवयानी को उस वक्त हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार कर लिया था जब वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थीं। यही नहीं, देवयानी की न केवल कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई बल्कि पुलिस स्टेशन के लॉकअप में उन्हें अपराधियों के साथ रखा गया। बाद में ढाई लाख डॉलर के बांड पर उन्हें छोड़ा गया। इस घटना पर विदेश सचिव सुजाता सिंह ने भारत में अमेरिकी राजदूत को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया था।

लेकिन, अमेरिका ने मामले पर किसी तरह का खेद जताने के बजाए उसे जायज ठहराया। साथ ही वियना समझौते के तहत भारतीय राजनयिक को किसी तरह के राजनयिक विशेषाधिकारों के योग्य मानने से भी इन्कार कर दिया था।

पढ़ें : अमेरिका में भारतीय राजनयिक के कपड़े उतरवाकर ली तलाशी

देवयानी के खिलाफ अपनी नौकरानी को न्यूनतम वेतन न देने के आरोप हैं। जिस नौकरानी के अधिकारों को लेकर अमेरिका चिंतित है वह देवयानी के घर से जून, 2013 में ही फरार हो गई थी। तब से वह कहां है, इसकी भारतीय दूतावास को कोई जानकारी नहीं है। मुंबई की रहने वाली देवयानी इससे पहले विवादास्पद आदर्श हाउसिंग सोसाइटी में फ्लैट होने के कारण सुर्खियों में रही थीं।

जैसे को तैसा

कदम : मुंबई, कोलकाता, चेन्नई स्थित सभी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सभी कर्मचारियों से उनके पहचान-पत्र वापस मांगे गए।

मायने - अमेरिकी राजनयिकों के विशेषाधिकारों की समीक्षा होगी। उन्हें वही सुविधाएं मिल सकेंगी जो अमेरिका में तैनात उनके समकक्ष भारतीय राजनयिकों को मुहैया कराई जाएंगी।

कदम : अमेरिकी राजनयिक व दूतावास कर्मचारी अपने एयरपोर्ट पास लौटाएंगे।

मायने - भारतीय हवाईअड्डों पर आवाजाही में रियायत के लिए दिए गए विशेष पास वापस लिए जाएंगे। भारतीय राजनयिकों को अमेरिका में ऐसी कोई विशेष रियायत हासिल नहीं है।

कदम : अमेरिकी दूतावास में काम कर रहे सभी भारतीयों को मिल रहे वेतन व बैंक खातों की जानकारी मांगी गई।

मायने - अमेरिकी संपदा माने जाने वाले दूतावास में छोटे-बड़े काम करने वाले सभी भारतीयों के वेतन-भत्तों की समीक्षा होगी। आकलन होगा कि क्या दूतावास में काम कर रहे माली को अमेरिका में काम करने वाले समान कर्मचारी जितना वेतन दिया जाता है?

कदम : अमेरिकी दूतावास की ओर से किए जा रहे सभी आयात मंजूरी पर रोक।

मायने - अमेरिकी दूतावास शराब समेत कई वस्तुएं अपने इस्तेमाल के लिए आयात करता है। प्रोटोकॉल के स्तर पर सख्त संदेश देकर इस तरह के सभी आयात पर अगले आदेश तक रोक लगाई गई है।

कदम : भारत स्थित अमेरिकी स्कूलों और उनमें काम कर रहे स्टाफ के वेतन व बैंक खातों की जानकारी तलब।

मायने - आकलन होगा कि अमेरिकी स्कूलों में कितने अमेरिकी नागरिक और कितने भारतीय काम कर रहे हैं और उनकी कर अदायगी की क्या स्थिति है?

कदम : नई दिल्ली के शांति पथ स्थित अमेरिकी दूतावास के पास लगे अतिरिक्त बैरिकेड हटाए गए।

मायने - बेरुखी का संदेश। यह सुविधा वैसे भी केवल अमेरिकी दूतावास को दी गई थी।

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