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अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में थे आतंकी, यात्रा मार्ग से आइईडी- स्नाइपर राइफल बरामद

नियंत्रण रेखा(एलओसी) पर तनाव के बीच भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आर्मी के कश्मीर में आतंकवाद में शामिल होने की बात कही है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 02:42 PM (IST)Updated: Fri, 02 Aug 2019 04:41 PM (IST)
अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में थे आतंकी, यात्रा मार्ग से आइईडी- स्नाइपर राइफल बरामद
अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में थे आतंकी, यात्रा मार्ग से आइईडी- स्नाइपर राइफल बरामद

श्रीनगर, जेएनएन। नियंत्रण रेखा(एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की ओर से इन दिनों लगातार सीजफायर उल्लंघन किया जा रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच इस वजह से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। सीमा पर लगातार हो रही गोलाबारी का  सेना के जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सीमा पर तनाव के हालात और कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। यही नहीं आतंकी अमरनाथ यात्रा को भी निशाना बनाने की फिराक में थे। गत दिनों विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर यात्रा मार्ग पर तलाशी अभियान चलाया गया और एक आतंकी ठिकाने का पता चला। वहां से आइईडी और एम-24 अमेरिकी स्नाइपर राइफल बरामद हुई। इन सभी बातों को लेकर चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन और जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने श्रीनगर में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया है।

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लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन ने कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की साजिश का भी खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के एक इलाके के पास पाकिस्तान सेना की एक बारूदी सुरंग भी बरामद हुई है। इससे यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि पाकिस्तान सेना कश्मीर में आतंकवाद में शामिल है और हम आपको बताना चाहेंगे कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन ने साथ ही कहा कि श्री अमरनाथ जी मार्ग के साथ एक आतंकी इलाके से एक एम-24 अमेरिकी स्नाइपर राइफल भी बरामद की गई।

चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन के मुताबिक नियंत्रण रेखा पर स्थिति नियंत्रण में है और बहुत शांतिपूर्ण है। पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की बोलियों को सफलतापूर्वक विफल किया जा रहा है।लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने साथ ही बताया कि IED के प्रकार हम जांच कर रहे हैं और IED विशेषज्ञ आतंकवादी जिन्हें हम पकड़ रहे हैं और उन्हें समाप्त कर रहे हैं।पाकिस्तान कश्मीर में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हम कश्मीर के 'आवाम' को आश्वस्त करते हैं कि किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

कश्मीर में मौजूद स्थानीय आतंकवादियों में 83% पत्थरबाजी में लिप्त रहे हैं

चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन ने इस बात का खुलासा किया कि कश्मीर में मौजूद स्थानीय आतंकियों में 83% युवा पहले पत्थरबाजी में लिप्त रहे हैं। उन्होंने कश्मीर में सभी माताओं से अपील है कि वे अपने बच्चों को पत्थरबाजी और हिंसक घटनाओं में शामिल होने से रोकें। आज उनके बच्चे मात्र 500 रूपये के लिए सुरक्षाबलों पर पत्थर फैंक रहे हैं और यदि इन्हें नहीं रोका गया तो आगे चलकर उनके यही बच्चे आतंकी बनेंगे।

आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती भी घटी हैः दिलबाग सिंह

वहीं राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा जम्मू-कश्मीर में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। किसी को भी राज्य में अशांति फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती भी घटी है। जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन ऑल आउट लगातार जारी है। इसको लेकर जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि आतंकियों के खिलाफ इन आॉपेशन से घाटी और जम्मू के इलाकों में सक्रिय आतंकियों की संख्या में कमी आई है।

पहले से मौजूद जवानों का स्थान लेने के लिए आ रही हैं अतिरिक्त सुरक्षाबलों की कंपनियां 

कश्मीर में जारी अफवाहों पर विराम लगाते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अतिरिक्त सुरक्षाबलों की कंपनियां कश्मीर में पहले से तैनात जवानों को आराम देने के लिए बुलाई गई हैं। बीते 1 साल से वादी में तैनात केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान पहले पंचायत और उसके बाद संसदीय चुनावों की ड्यूटी में व्यस्त रहे हैं इसके बाद उन्हें श्री अमरनाथ की यात्रा की सुरक्षा की ड्यूटी में लगाया गया है। इससे जवानों में थकावट को महसूस करते हुए ही केंद्र से अतिरिक्त बल मंगवाए गए हैं यह अतिरिक्त केंद्रीय अर्धसैनिक बल पहले से मौजूद जवानों का स्थान लेंगे।

अमरनाथ यात्रा पर हर आतंकी साजिश हुई नाकाम- CRPF डीजी

सीआरपीएफ के डीजी जुल्फिकार हसन के मुताबिक अमरनाथ यात्रा में अभूतपूर्व बदलाव आया है और कई खतरों के बावजूद, यह शांतिपूर्ण रहा है, यात्रा को बाधित करने के गंभीर प्रयास हुए हैं, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की कड़ी मेहनत, प्रौद्योगिकी का उपयोग और लोगों के सहयोग के कारण असफल रहे।

'घाटी में इस साल 10 आतंकी हमलों की कोशिश'

कश्मीर के आईजी पुलिस एसपी पाणि के मुताबिक इस साल घाटी में विभिन्न स्थानों पर 10 से अधिक गंभीर प्रयास (आतंकी हमले के प्रयास) किए गए। इन आईईडी मॉड्यूलों में, कामरान, उस्मान से पहले मुन्ना लाहौरी जैसे कई आतंकवादी गिरफ्तार किए गए।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई

जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की टुकड़ियों की संख्या में वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हम पिछले कुछ महीनों से कई गतिविधियों में थे। हमारे जिन जवानों को तैनात किया गया है, उन्हें थोड़ी देर आराम करने का मौका नहीं मिला।

डीजी जेके पुलिस ने कहा, 'हमें ऐसे इनपुट मिल रहे हैं कि हिंसा का स्तर उग्रवादियों के बढ़ने की संभावना है। इसलिए, हमने ग्राउंड पर ग्रिड को मजबूत करने की कोशिश की है। इसके अलावा, हमें बताया गया है कि सैनिकों को आराम करने के लिए समय मिलना चाहिए। यह टर्नओवर के लिए समय है। लेकिन ग्रिड आवश्यक रूप से बहुत सक्रिय रूप में होगा।'

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