G-20 अध्यक्षता में ग्लोबल साउथ की आवाज उठाने के लिए भारत की तारीफ, वैक्सीन कूटनीति में देश की भूमिका को सराहा
भारत और संयुक्त राष्ट्र ने भारत-संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से ग्लोबल साउथ में भागीदार देशों के साथ भारत के विकास अनुभवों सर्वोत्तम प्रथाओं और विशेषज्ञता को साझा करना है। इस पहल की घोषणा 23 सितंबर 2023 को जयशंकर की उपस्थिति में न्यूयार्क में ग्लोबल साउथ के लिए भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास के लिए कार्यक्रम में की गई।
न्यूयार्क, पीटीआई: ग्लोबल साउथ के नेताओं ने न्यूयार्क में एक सम्मेलन के दौरान कहा कि जी-20 के नेतृत्व के दौरान भारत ने ग्लोबल साउथ के देशों को आवाज दी। महामारी के दौरान दुनिया भर के देशों को कोविड 19 के टीकों की आपूर्ति कर मदद की। भारत ने उन लोगों की ओर मानवता का हाथ बढ़ाया जो ऐसे समय में संघर्ष कर रहे थे, जब अन्य 'वैक्सीन कूटनीति' में शामिल थे।
भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने कहा कि भारत द्वारा लगभग 100 देशों को कोविड टीके उपलब्ध कराना सबसे बड़ी मानवीय पहलों में से एक था। वहीं, कैरेबियाई राष्ट्र डोमिनिका ने सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया। वहां के प्रतिनिधि ने कहा कि भारत न केवल सबसे अधिक आबादी वाला देश है, बल्कि अपनी शक्ति के प्रयोग में बड़ी जिम्मेदारी दिखाने वाला देश है।
मारीशस के विदेश मंत्री ने जी-20 को लेकर भारत की प्रशंसा की। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस सहित अन्य वैश्विक नेताओं ने कहा कि डिजिटल बुनियादी ढांचे, आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने और ऋण संकट को दूर करने तक भारत कई संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के लिए उदाहरण पेश कर रहा है। गुयाना के विदेश मंत्री ह्यू हिल्टन टाड ने कहा कि भारत हमें अपने साथ ला रहा है।
सेंट लूसिया के विदेश मंत्री अल्वा रोमानस बैपटिस्ट ने कहा कि भारत बहुध्रुवीय दुनिया में अपनी जगह बना रहा है। वह बढ़ रहा है। मालदीव के विदेश मंत्री अहमद खलील ने कहा कि उनके पर्यटक-निर्भर देश को कोविड से तेजी से उबरने में भारत का महत्वपूर्ण योगदान मिला।
भारत-संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल की शुरुआत
भारत और संयुक्त राष्ट्र ने 'भारत-संयुक्त राष्ट्र क्षमता निर्माण पहल' की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से ग्लोबल साउथ में भागीदार देशों के साथ भारत के विकास अनुभवों, सर्वोत्तम प्रथाओं और विशेषज्ञता को साझा करना है। इस पहल की घोषणा 23 सितंबर 2023 को विदेश मंत्री एस जयशंकर की उपस्थिति में न्यूयार्क में ग्लोबल साउथ के लिए भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास के लिए वितरण नामक एक कार्यक्रम में की गई थी।