आयकर अदालत ने माना मनी लॉन्ड्रिंग में खुद शामिल थे प्रणय रॉय
प्रणय रॉय ने एनडीटीवी की विदेशी पेपर सहायक कंपनियों के वित्तीय जानकारियों को छिपाने का प्रयास किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। NDTV के प्रमोटर प्रणय रॉय को इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल (आईटीएटी) से बड़ा झटका लगा है। आईटीएटी का कहना है कि एनडीटीवी और उसके प्रमोटरों ने 2007-08 से 2009-10 के दौरान 1100 करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग की थी। जिसमें से 642.54 करोड़ रुपये के काले धन आईटीएटी ने पता लगाया था। आयकर अदालत ने ये माना है कि प्रणय रॉय व्यक्तिगत रूप से 642 करोड़ के कर चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे।
आयकर अदालत अपने आदेश में कहा 'आईटीएटी आयकर विभाग की जांच की पुष्टि करता है। प्रणय रॉय ने एनडीटीवी की विदेशी पेपर सहायक कंपनियों के वित्तीय जानकारियों को छिपाने का प्रयास किया था। प्रणय ने लेखापरीक्षित लाभ हानि खाता, बैलेंस शीट और एनडीटीवी की वार्षिक रिपोर्ट के साथ इन विदेशी शेल कंपनियों की वार्षिक रिपोर्ट नहीं दी थी।'
आईटीएटी ने यह भी कहा कि 8 अप्रैल 2009 को प्रणय रॉय ने विदेशी कंपनियों के वित्तीय मामलों का खुलासा न करने की एनडीटीवी को छूट के लिए कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय को आवेदन किया था। जबकि मंत्रालय ने इसकी पहले ही छूट दे दी थी।
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