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Bengaluru Terror Module Case: कर्नाटक पुलिस ने सरगना के सहयोगी को किया गिरफ्तार, आरोपी के ऊपर 17 मामले दर्ज

Bengaluru Terror Module Case 2008 में आईटी हब बेंगलुरु में सिलसिलेवार विस्फोटों को अंजाम देने के मामले में मुख्य सरगना मोहम्मद जुनैद के एक और सहयोगी की गिरफ्तारी की गई है। हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद अरशद खान के रूप में हुई है। इस गिरफ्तारी से पुलिस को भगोड़े आतंकवादी मोहम्मद जुनैद के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।

By AgencyEdited By: Babli KumariPublished: Tue, 29 Aug 2023 11:50 AM (IST)Updated: Tue, 29 Aug 2023 11:50 AM (IST)
कर्नाटक पुलिस ने सरगना मोहम्मद जुनैद के सहयोगी को किया गिरफ्तार (प्रतीकात्मक फोटो)

बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक पुलिस 2008 के बेंगलुरू सिलसिलेवार विस्फोटों में एक और गिरफ्तारी की है। कर्नाटक पुलिस ने आतंकवादी समूह के फरार सरगना मोहम्मद जुनैद के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। हिरासत में लिए गए आरोपी का मकसद आईटी शहर में विघटनकारी कृत्यों को अंजाम देना था। हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद अरशद खान के रूप में की गई है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह  गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता साबित होने वाला है और उन्हें मोहम्मद जुनैद के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। मोहम्मद जुनैद वही आतंकी है जिसने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी और जिस पर अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों से काम करने का संदेह है। खान चार साल से फरार था और वह साल 2017 में नूर अहमद नामक व्यक्ति के अपहरण और हत्या मामले में भी मुख्य आरोपी है।

पुलिस उपनिरीक्षक विनोद नायक के नेतृत्व में एक विशेष टीम आर.टी. से जुड़ी हुई है। आरोपी को पकड़ने के लिए नगर थाना का गठन किया गया। पुलिस को मंगलवार की सुबह मोहम्मद अरशद के अपने आवास पर रुकने की सूचना मिली थी। 

आरोपी के घर को घेर कर पुलिस ने किया गिरफ्तार 

पुलिस टीम ने खान के घर को घेर लिया और दरवाजा तोड़कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मोहम्मद अरशद खान ने चाकू से खुद को मारने की कोशिश की और अपने घर की दूसरी मंजिल से कूदने की भी कोशिश की थी। हालांकि, पुलिस टीम ने उसे नियंत्रित कर हिरासत में ले लिया

पुलिस ने बताया कि मोहम्मद अरशद कम उम्र में ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया था। उसके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी और अन्य जैसे गंभीर आपराधिक मामले शामिल हैं।आतंकी साजिश का मास्टरमाइंड मोहम्मद जुनैद स्थानीय समूह को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा था। पुलिस ने उसके द्वारा स्थानीय समूह को भेजे गए जिंदा ग्रेनेड जब्त कर लिए थे। 

सीसीबी विंग ने जुलाई में किया कई लोगों को गिरफ्तार 

सीसीबी विंग ने जुलाई में सैयद सुहैल खान, मोहम्मद फैजल रब्बानी, मोहम्मद उमर, मुद्दसिर पाशा और जाहिद तबरेज को गिरफ्तार किया था और बेंगलुरु में सक्रिय एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। उन्होंने बड़ी मात्रा में विस्फोटक, हथियार और कई उपकरण जब्त किए थे।

मामले की जांच कर रही पुलिस को यह भी पता चला कि आतंकवादी समूह का संबंध लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से था। उन्होंने आगे पाया कि बेंगलुरु के केंद्रीय कारागार में बंद 2008 के बेंगलुरु सिलसिलेवार विस्फोटों के एक संदिग्ध आतंकी टी. नजीर ने आईटी शहर में एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए गिरफ्तार युवाओं का ब्रेनवॉश किया था।

मोहम्मद जुनैद को भारतीय सीमा पार करने में नजीर ने की मदद 

टी. नजीर ने आरोपी व्यक्तियों को आदेश दिए और मुख्य सरगना मोहम्मद जुनैद के माध्यम से आतंकवादियों के गिरोह को नियंत्रित किया। केरल का रहने वाला नजीर कथित तौर पर जेल से निर्देश देता था। गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकवादी जुनैद के माध्यम से जेल में रहने के दौरान नजीर के संपर्क में आए। जांच में यह भी पता चला कि नजीर ने जुनैद को भारतीय सीमा पार करने में मदद की थी।


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