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रोहिंग्या मुसलमानो के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में 4 सितंबर को होगी सुनवाई

अगर रोहिंग्या मुसलमानों को जबरदस्ती पड़ोसी देश म्यांमार भेजा गया, तो यह एक तरह से उन्हें काल के मुंह में डालना जैसा होगा।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Fri, 01 Sep 2017 01:57 PM (IST)Updated: Fri, 01 Sep 2017 01:57 PM (IST)
रोहिंग्या मुसलमानो के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में 4 सितंबर को होगी सुनवाई

नई दिल्ली, जेएनएन: देश की सर्वोच्य अदालत में आज म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा पहुंचा। वकील प्रशांत भूषण ने कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर भारत आने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को जबरदस्ती म्यांमार भेजे जाने का विरोध किया। प्रशांत भूषण ने कहा कि केंद्र सरकार ने करीब 40,000 रोहिंग्या मुसलमानों को जबरदस्ती म्यांमार भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि अगर रोहिंग्या मुसलमानों को जबरदस्ती पड़ोसी देश म्यांमार भेजा गया, तो यह एक तरह से उन्हें काल के मुंह में डालना जैसा होगा।

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उनके मुताबिक वापस भेजे जाने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को स्थानीय सेना के हाथों उनकी मौत दी जा सकती है। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पीठ मामलें में सुनवाई के लिए राजी हुयी। रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर अगली कोर्ट 4 सितंबर को सुनवाई करेगी।

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