Move to Jagran APP

पीएम मोदी ने गुजरात के बाढ़ प्रभावित इलाके के लिए 500 करोड़ रुपए की सहायता दी

रुपानी ने मंगलवार सुबह दिल्ली में मोदी से संसद भवन में मुलाकात कर राज्य में बाढ़ के हालात की जानकारी दी थी।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 08:44 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 01:15 PM (IST)
पीएम मोदी ने गुजरात के बाढ़ प्रभावित इलाके के लिए 500 करोड़ रुपए की सहायता दी

अहमदाबाद, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद हालात से निपटने के लिए 500 करोड़ रुपए की सहायता घोषित की है। उन्होंने राज्य में भारी बारिश के कारण मारे गए 72 लोगों को 2-2 लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपए की केंद्रीय सहायता देने का भी ऐलान किया।

loksabha election banner

साथ ही राज्य को हर तरह की भरपाई करने में मदद का भी आश्वासन दिया। हवाई सर्वेक्षण के दौरान पीएम के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी भी थे। रुपानी ने मंगलवार सुबह दिल्ली में मोदी से संसद भवन में मुलाकात कर राज्य में बाढ़ के हालात की जानकारी दी थी। इसके बाद पीएम ने तत्काल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने का फैसला कर लिया और शाम को अहमदाबाद पहुंच गए।

गुजरात में मजुरा से भाजपा विधायक हर्ष संघवी ने ट्वीट कर कहा कि बाढ़ पीड़ितों लोगों के लिए हर संभव मदद की जा रही है। नवसारी से बनासकांथा तक  25,000 भोजन पैकेट आज के लिए तैयार हैं।

बता दें कि उत्तर गुजरात में भारी बारिश तथा दक्षिणी राजस्थान में जलप्रलय के हालात के चलते गुजरात के बनासकांठा, पाटण, साबरकांठा, अरावली व सुरेंन्द्रनगर जिले के सैकडों गांव टापू बन गए हैं। बनासकांठा के धानेरा, थराद, डीसा, राधनपुर, टटोडा अधिक प्रभावित हैं। वायूसेना के हेलीकॉप्टर, बीएसएफ, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम के अलावा कई समाज सेवी संस्थाएं भी राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है लेकिन लगातार बरसात व आगामी 48 घंटे में भारी वर्षा की मौसम विभाग की चेतावनी के चलते सरकार व प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं।

पिछले दो दिन से प्रधानमंत्री कार्यालय भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं, राज्य के 203 में से 38 बांध खतरे के निशान पर हैं वहीं 8 और बांध को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में अब तक 80 लोगों की तथा एक हजार मवेशियों की मौत हो चुकी है। फसलों के नुकसान का सैटेलाइट सर्वे होगा, उत्तर गुजरात में सवा लाख हेक्टेयर मूंगफली की बुवाई पानी के कारण चौपट हो गई है।

यह भी पढ़ें: कोविंद का राष्ट्रपति बनना भाजपा की यात्रा का अहम पड़ाव: मोदी

यह भी पढ़ें: विपक्ष ने उठाए सवाल, आरबीआइ क्यों नहीं गिन पाया 500-1000 के नोट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.