G-20 में अमिताभ कांत ने विदेशी प्रतिनिधियों को किया संबोधित, कहा- भारत चाहता है सुधारवादी और सक्रिय भूमिका
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे नैसर्गिक खूबसूरती वाले स्वराज द्वीप में शनिवार की दोपहर को जी-20 प्रेसिडेंसी की बैठक शुरू हुई जो रविवार को भी दोपहर से शाम चार बजे तक जारी रहेगी। बैठक में संस्कृति-पर्यटन पर्यावरण संबंधी वित्तीय व्यय आदि मुद्दों पर चर्चा होगी। (Photo-ANI)
पोर्ट ब्लेयर, पीटीआई। अंडमान के स्वराज द्वीप में आयोजित जी-20 प्रेसिडेंसी की एक बैठक में जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने शनिवार को भारत की योजनाओं और वरीयताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि उसकी अध्यक्षता का कार्यकाल सुधारवादी और सक्रिय भूमिका निभाने वाला हो। अधिकारियों ने बताया कि जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने इस बहुआयामी संगठन में सुधार का आधार तैयार करते हुए कहा कि विभिन्न देशों के गुटों को एक साझा लक्ष्य के लिए आगे आना होगा। उन्होंने विदेशी प्रतिनिधि दलों को बताया कि वित्तीय वातावरण के सतत विकास के लिए समावेशी वरीयता होनी चाहिए।
जी-20 प्रेसिडेंसी की बैठक हुई शुरू
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस, रूसी राजदूत डेनिस एलिपोव, जर्मन दूत डा. पी.एकरमैन, भारत में आस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फैरल और अन्य देशों के प्रतिनिधियों को भारत की आगामी अध्यक्षता के लिए उसके ठोस व तार्किक तैयारियों का ब्योरा दिया गया। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे नैसर्गिक खूबसूरती वाले स्वराज द्वीप में शनिवार की दोपहर को जी-20 प्रेसिडेंसी की बैठक शुरू हुई जो रविवार को भी दोपहर से शाम चार बजे तक जारी रहेगी।
बैठक में संस्कृति-पर्यटन, पर्यावरण संबंधी वित्तीय व्यय, वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ग्रीन हाइड्रोजन, विकासात्मक सहयोग, शिक्षा, वाणिज्य आदि मुद्दों पर चर्चा होगी। अधिकारियों ने बताया कि बैठक के बाद सभी विदेशी मेहमान रविवार की शाम को राधानगर बीच पर सूर्यास्त देखने जाएंगे। जी-20 में भारत के संयोजक हर्षवर्धन श्रृंगला और जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने शनिवार की सुबह विभिन्न देशों के करीब 40 प्रतिनिधियों के लिए काला पत्थर बीच पर योग के एक सत्र का आयोजन कराया।
सुबह छह बजे सभी देशी-विदेशी मेहमान यहां एकत्र हुए और योग सत्र के बाद इसी बीच पर सफाई अभियान का भी हिस्सा बने। सभी प्रतिनिधि शुक्रवार की शाम को करीब 7.30 बजे स्वराज द्वीप पहुंच गए थे। इससे पहले इन सभी मेहमानों ने पोर्ट ब्लेयर स्थित सेल्यूलर जेल का दौरा किया। उन्होंने वहां स्वतंत्रता सेनानी वीडी सावरकर की सेल को भी देखा।
सफेद तटों का राजा है हैवलाक द्वीप 92.2 वर्ग किमी क्षेत्र में ही फैले इस नन्हें द्वीप की आबादी महज साढ़े पांच हजार है। पोर्ट ब्लेयर से सिर्फ ढाई घंटे की समुद्री यात्रा से खूबसूरत सफेद तटों के राजा माने जाने वाले इस स्वराज द्वीप तक पहुंचा जा सकता है। वहां जाने के लिए हर समय सरकारी फेरी और निजी क्रूज मौजूद हैं। बंगाल की खाड़ी में स्थित स्वराज द्वीप का पूर्ववर्ती नाम हैवलाक द्वीप है।
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यह भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के रिची द्वीप का यह सबसे बड़ा द्वीप है। प्रशासनिक रूप से यह दक्षिणी अंडमान जिले का भाग है और पोर्ट ब्लेयर से 41 किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। स्वराज द्वीप खूबसूरत तटों और डाइव साइटों के लिए जाना जाता है, जैसे मूंगे की चट्टानों वाला एलिफैंट बीच और सूर्यास्त के लिए मशहूर राधानगर बीच है।
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