बर्फबारी के कारण श्रीनगर हवाई अड्डा पर रोकी गई विमानों की उड़ान, यात्री फंसे
जम्मू-कश्मीर इन दिनों भारी बर्फबारी की चपेट में है। घाटी के कई इलाकों में हो रही भीषण बर्फबारी की वजह से सड़क से लेकर हवाई मार्ग तक सभी पूरी तरह ठप हो गए हैं और लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में हो रही भीषण बर्फबारी की वजह से लोगों को खासी मुसिबत का सामना करना पड़ रहा है। बीते 24 घंटों में राज्य में हुई भीषण बर्फबारी की वजह से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
श्रीनगर एयरपोर्ट पर कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। कई फ्लाइट रद्द कर दी गई है जबकि कई फ्लाइट काफी देरी से उड़ान भर रही है जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्रीनगर एयरपोर्ट पर लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
इससे पहले गुरूवार को घाटी में मौसम का मिजाज पूरी तरह बिगड़ गया। उच्चपर्वतीय इलाकों के साथ-साथ कई निचले क्षेत्र भी बर्फ की सफेद चादर से ढक गए। कड़ाके की ठंड से कश्मीर मानो जम सा गया है। वहीं भारी हिमपात से जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो गया, जिससे काजीगुंड, रामबन तथा ऊधमपुर के निकट यात्री गाड़ियों समेत हजारों वाहन फंस गए हैं।
इसके अलावा भारी बर्फबारी से जम्मू और कश्मीर संभाग के कई इलाकों का संपर्क भी एक-दूसरे से कटा गया है। कई इलाकों में बिजली-पानी सप्लाई ठप है।
प्रशासन और पुलिस राहत कार्य में जुटी हुई है। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान भी वादी के अधिकांश हिस्से में बर्फबारी व बारिश की संभावना के साथ हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। उच्चपर्वतीय इलाकों टंडगाडर, मछेल, बांडीपोरा, कुपवाड़ा, बड़गाम, शौपियां, सोनमर्ग, कुलगाम तथा पुंछ में हिमस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सभी जिला उपायुक्तों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
गुलमर्ग में ढाई फीट, सोनमर्ग में दो फीट, पवित्र अमरनाथ गुफा के निकट ढाई फीट तथा साधनापास के निकट साढ़े तीन फीट ताजा बर्फ रिकॉर्ड की गई। उधर शौपियां में डेढ़ फीट, कुकरनाग में एक फीट, काजीगुंड में एक फीट जबकि कंगन में आठ इंच बर्फ जमा हो गई। बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने कश्मीर विवि में 12 फरवरी को होने वाली सभी परीक्षाओं को रद कर दिया।