Coronavirus :'हर 100 साल में आती है महामारी, कलियुग में वायरस से लड़ नहीं सकते'
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार खबर लिखे जाने तक भारत में कोरोना वायरस के अब तक 147 मामले सामने आ चुके हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस का कहर विश्वभर में देखने को मिल रहा है। भारत में भी 147 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में कुछ कड़े कदम भी भारत सरकार की ओर से उठाए गए हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में जब एक सीनियर वकील एक केस की सुनवाई के लिए अपने साथ कुछ अन्य वकीलों के साथ पहुंचे, तो जज नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि कोर्ट की ओर से अनुरोध किया गया है कि एक केस के लिए सिर्फ दो वकीलों को ही आना है, लेकिन इसका असर होता नहीं दिख रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमआर शाह ने वरिष्ठ वकील आर्यमान सुंदरम से कहा, 'आप सभी 5-6 अधिवक्ताओं के साथ आते हैं। यह कोर्ट का भी अनुरोध है कि एक वरिष्ठ अधिवक्ता को केवल एक वकील के साथ ही आना चाहिए, लेकिन आप लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं। यह आखिरकार हमारे लिए है।'
इस बीच उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने कहा, 'देखिए, ये महामारी हर 100 साल में होती है। हम कलियुग में वायरस से लड़ नहीं सकते हैं। मनुष्यों की निर्बलता को देखिए, आपने सभी हथियारों को तैयार कर लिया है, लेकिन आप इस वायरस से नहीं लड़ सकते। हमें अपने स्तर पर इससे लड़ना होगा।'
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार खबर लिखे जाने तक भारत में कोरोना वायरस के अब तक 147 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक तीन लोगों की मौत कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद हो चुकी है। वहीं, लगभग 54 हजार लोगों को निगरानी में रखा गया है। वहीं, दुनियाभर में अब तक 7000 से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद हो चुकी है। अब तक कोरोना वायरस की कोई भी वैक्सीन खोजी नहीं जा सकती है। इसलिए इस वायरस से अपने स्तर पर ही लड़ा जा सकता है। हालांकि, चीन और अमेरिका ने कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण शुरू कर दिया है। लेकिन वैक्सीन तैयार होने में अभी कुछ महीनों का समय लग सकता है।