2019 अाम चुनाव की फिल्डिंग अभी से शुरू, राष्ट्रपति चुनाव तो एक बहाना
यह ऐसे ही एक-दूसरे के करीब नहीं आए हैं, बल्कि इसके लंबे राजनीतिक मायने हैं। यह आने वाले दिनों में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को मजबूती दे सकता है।
अरविंद कुमार पांडेय, नई दिल्ली। बहाना भले ही राष्ट्रपति चुनाव है, लेकिन आहट वर्ष 2019 के आम चुनाव की है। इसे लेकर अभी से गोलबंदी शुरू हो गई है। फिलहाल नीतीश कुमार, नवीन पटनायक और अन्नाद्रमुक जैसे राजग के पुराने और बिछड़े साथियों ने राष्ट्रपति चुनाव में राजग प्रत्याशी का खुलकर समर्थन किया है।
उससे यह तो साफ हो गया है, यह ऐसे ही एक-दूसरे के करीब नहीं आए हैं, बल्कि इसके लंबे राजनीतिक मायने हैं। यह आने वाले दिनों में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को मजबूती दे सकता है।
राजग को यह मजबूती तब मिली है, जब मौजूदा समय में केंद्र सहित करीब 17 राज्यों में भाजपा या राजग के सहयोगी दलों की सरकार है। खासकर जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा गठबंधन की सरकार है। हालांकि इससे पहले जम्मू-कश्मीर में राजग के साथ नेशनल कांफ्रेंस थी। मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल नेता ममता बनर्जी को छोड़ दें, तो राजग के ज्यादातर पुराने साथी राष्ट्रपति चुनाव में राजग के मौजूदा उम्मीदवार के समर्थन में हैं।
सूत्रों की मानें तो बिहार में नीतीश कुमार ने जिस तरीके से अपने मुख्य सहयोगी लालूप्रसाद यादव को नाराज कर राष्ट्रपति चुनाव में राजग को समर्थन का एलान किया है, उससे साफ है कि वह गठबंधन पर भी दांव लगाने को तैयार हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में मैं बलि का बकरा नहीं : मीरा कुमार
बेंगलुर, एजेंसी। विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा है कि उन्हें देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए होने वाले चुनाव के लिए बलि का बकरा नहीं बनाया गया है। राष्ट्रपति चुनाव में बलि का बकरा बनाए जाने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मीरा कुमार ने शनिवार को कहा, अपने आदर्शो और अपने अंदर की आवाज पर ल़़डने वालों को बलि का बकरा नहीं कहा जा सकता। मैं एक योद्धा हूं और मैं ल़़डूंगी। मुझे यकीन है कि इस ल़़डाई में बहुत से लोग मेरा साथ देंगे।
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