आतंकी के पिता को बेटे की मौत पर नाज
त्राल मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर आबिद खान उर्फ हमजा के पुलिसकर्मी पिता को अपने बेटे के आतंकी बनने पर गम नहीं, बल्कि खुशी है और कह रहे हैं कि उसने सही रास्ता चुना था। इस बीच, आतंकियों की मौत पर गुरुवार को त्राल में दूसरे दिन
श्रीनगर [नवीन नवाज] । त्राल मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर आबिद खान उर्फ हमजा के पुलिसकर्मी पिता को अपने बेटे के आतंकी बनने पर गम नहीं, बल्कि खुशी है और कह रहे हैं कि उसने सही रास्ता चुना था। इस बीच, आतंकियों की मौत पर गुरुवार को त्राल में दूसरे दिन भी हड़ताल रही।
त्राल के हंडूरा में गत मंगलवार को हुई मुठभेड़ में दो स्थानीय आतंकी आबिद व शिराज मारे गए थे। इस मुठभेड़ में कर्नल एमएन राय और एक पुलिसकर्मी संजीवन समेत दो सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए थे। शिराज को गत मंगलवार को ही दफना दिया गया था, जबकि आबिद को बुधवार को दफनाया गया। उसके जनाजे में सैकड़ों लोग शामिल हुए और आजादी, जेहाद व निजाम-ए-मुस्तफा के हक में खूब नारे लगे थे।
आबिद के पिता जलालुद्दीन खान राज्य पुलिस में हेड कांस्टेबल हैं। उन्होंने ही कथित तौर पर कर्नल राय व अन्य सुरक्षाकर्मियों से आबिद के आत्मसमर्पण के लिए तैयार होने की सूचना दी थी। इसके बाद जब कर्नल राय मकान में दाखिल हुए तो आतंकी आबिद ने अचानक गोलीबारी कर दी थी, जिसमें कर्नल राय शहीद हो गए थे।
अलबत्ता, जलालुद्दीन ने इस बात से इन्कार किया कि आबिद ने आत्मसमर्पण के लिए कहा था। जलालुद्दीन ने कहा कि मुझे अपने बेटे के जेहादी बनने और बंदूक उठाने या फिर मुठभेड़ में मारे जाने पर कोई अफसोस नहीं है। अल्लाह हर एक को इस मिशन के लिए नहीं चुनता।
भाई उवैस ने बताया कि आबिद उससे मिलने 26 जनवरी की रात को साढे़ दस बजे आया था। जब पिता को इसका पता चला तो उन्होंने ने उसे आत्मसमर्पण के लिए कहा। तब आबिद ने उन्हें जवाब दिया कि आप सीओ (सेना अधिकारी) को तैयारी के लिए कहो। इसके बाद ही उसने अल्लाह-ओ-अकबर का नारा लगाया और फायरिंग शुरू कर दी।