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बरेली में भुखमरी से महिला की मौत को लेकर प्रशासन का दावा- बीमारी से हुई मौत

भुखमरी से महिला की मौत के कथित मामले मे अफसरो ने कहा है कि मौत भूख के चलते नहीं बल्कि बीमारी के चलते हुई है।

By Edited By: Updated: Thu, 16 Nov 2017 05:28 PM (IST)
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बरेली में भुखमरी से महिला की मौत को लेकर प्रशासन का दावा- बीमारी से हुई मौत

संवाद सहयोगी, फतेहगंज पश्चिमी (बरेली)। भुखमरी से महिला की मौत के कथित मामले मे अफसरो ने उनकी मौत भूख से नही होने का दावा किया। कहा कि वह काफी समय से बीमार थी और यही उसके मौत की वजह है। दैनिक जागरण ने बुधवार को प्रथम पेज पर कस्बे के भोलेनगर मे भुखमरी से सकीना (50) की मौत की खबर प्रकाशित की।

(बुधवार  को दैनिक जागरण के पहले पेज पर प्रकाशित हुई खबर)

इस पर डीएम राघवेद्र सिंह ने मामले की जांच के निर्देश दिए और बुधवार सुबह करीब नौ बजे एसडीएम मीरगंज राम अक्षयवर चौहान, जिला पूर्ति अधिकारी सीमा त्रिपाठी, पूर्ति निरीक्षक युगल किशोर, एआरओ रामेश्र्वर प्रसाद, लेखपाल गोपाल प्रसाद, थाना अध्यक्ष श्रीकान्त राय, चौकी इंचार्ज रामसिह सकीना के घर पहुंचे। उन्होने सकीना के पति इशहाक मुहम्मद, पड़ोसियो व कोटा डीलर को मौके पर बुलाकर पूछताछ की। नायब तहसीलदार और लेखपाल ने सभी के बयान लेकर जांच रिपोर्ट डीएम को भेज दी। डीएम ने इससे पहले मंगलवार रात को घटना की जानकारी पर नायब तहसील मीरगंज सत्यप्रकाश को मौके पर जाने के निर्देश दिए थे। वह रात मे करीब डेढ़ बजे मौके पर पहुंचे। उधर सकीना के पति ने दूसरे दिन भी भूख से ही पत्नी की मौत होने की बात दोहराई।

सकीना के पति इशहाक ने बताया, 'घर मे दो वक्त की रोटी के लिए राशन नही बचा था। काफी दिनो से राशन के लिए कोटेदार के चक्कर लगा रहे थे। पत्नी बीमार थी, भूख के चलते उनकी मौत हुई है।'

मीरगंज के एसडीएम राम अक्षयवर चौहान ने बताया, 'शुरूआती जांच मे सकीना की मृत्यु भूख के चलते न होना मालूम पड़ता है। आसपास के लोगो से पूछताछ की गई। सभी ने सकीना के बीमार होने और उसी वजह से उसकी मौत होने की जानकारी दी।'

जिला पूर्ति अधिकारी सीमा त्रिपाठी ने बताया,  'जांच मे बीमारी से महिला की मौत होने की बात सामने आई है। वह काफी दिनो से बीमारी थी। उनके पास अत्योदय कार्ड था। उन्हे तीन महीने से खाद्यान्न भी मिल रहा था। उनके बैक खाते मे भी रुपये है।'

राशन डीलर अहमद नवी  बताते हैं, 'पांच से 20 तारीख तक कार्ड धारक के फिंगर प्रिट से खाद्यान्न दिया जाता है। 21 के बाद ही कार्ड धारक की आइडी लेकर खाद्यान्न दिया जाता है। इसी के चलते सकीना के पति को राशन नही दिया गया।'

डीएम राघवेद्र विक्रम सिंह ने बताया, 'महिला के दो बेटे है। एक बेटा साथ रहता है। उनके बैक खाते मे भी लगभग 4500 रुपये है। इसलिए भूखमरी से मौत की बात सही नही है। तीन महीने से लगातार खाद्यान्न भी मिला है। राशन दुकानदार 80 अंत्योदय कार्ड धारको को अंगूठा लगवा कर भी राशन देता है। महिला की बीमारी से मौत हुई है।'


शाम को ही कर दिया सुपुर्दे खाक

सकीना के पड़ोसी निजाकत, कल्लू, नन्हे, शराफत ने बताया कि सकीना को कोटे से जो राशन मिलता था उससे उनका समय कट रहा था लेकिन सकीना के बीमार होने से वह राशन की दुकान पर नही पहुंच सकी। उन्हे राशन नही मिला। कई दिनों से घर मे चूल्हा नही जला था। मंगलवार को सकीना भूख के चक्कर खाकर गिर गई और उनकी मौत हो गई। हम सभी की मदद से मृतक का कफन दफन का इतजाम किया गया। सकीना को सुपुर्दे खाक किया गया।

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