एक पेट्रोल पंप दो-दो कीमतें, पेट्रोल पंप पर दोहरी मूल्य व्यवस्था लागू होने के आसार
तेल कंपनियों का कहना है कि उन्हें अभी तक यह नहीं बताया गया है कि कैश बैक उनके स्तर पर होगा या बैंकों के स्तर पर। अगर उनके स्तर पर कैश बैक करने की व्यवस्था होती है तो
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। क्या लेस कैश सोसायटी बनाने की सरकार की पहल पेट्रोलियम सेक्टर में दोहरी मूल्य व्यवस्था को लागू कर देगी? दोहरी मूल्य व्यवस्था यानी नकदी देने वाले ग्राहकों के लिए बढ़ी हुई कीमत और कार्ड से भुगतान करने वाले ग्राहकों को कम कीमत।
तेल कंपनियों का मानना है कि इस दोहरी मूल्य व्यवस्था को लागू करना उनके लिए काफी टेढ़ी खीर साबित हो सकती है। यही नहीं सरकार के स्तर पर की गई घोषणा के स्पष्ट नहीं होने की वजह से तेल कंपनियों के स्तर पर अभी काफी उहापोह की स्थिति है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को लेस कैश सोसायटी बनाने के लिए कई घोषणाएं की थी। इसमें एक अहम घोषणा यह थी कि कार्ड से भुगतान करने पर ग्राहकों को 0.75 फीसद कम कीमत देनी होगी। बाद में वित्त मंत्रालय की तरफ से यह बताया गया कि यह कैशबैक सुविधा होगी। यानी ग्राहकों को पूरी कीमत देनी होगी लेकिन बाद में उसके खाते में कैश बैक हो सकती है।
लेकिन तेल कंपनियों का कहना है कि उन्हें अभी तक यह नहीं बताया गया है कि कैश बैक उनके स्तर पर होगा या बैंकों के स्तर पर। अगर उनके स्तर पर कैश बैक करने की व्यवस्था होती है तो यह तेल कंपनियों पर भारी बोझ होगा। दूसरी तरफ अगर बैंकों के स्तर पर इसे लागू किया जाता है तो इसके लिए रिजर्व बैंक के स्तर पर निर्देश जारी करने होंगे।
उधर, रेलवे मंत्रालय के अधिकारी भी वित्त मंत्री की तरफ से की गई घोषणाओं को अमली जामा पहनाने को लेकर अंधेरे में है। उनका कहना है कि इससे रेलवे पर दो तरह से बोझ पड़ेगा। हालांकि यह दो तरफा बोझ कितना होगा इसका आकलन खुद रेलवे भी अभी नहीं कर पाया है।
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