भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार प्रयासरत
इराक में बढ़ रहे संकट के साथ ही वहां फंसे भारतीयों को निकालने की सरकार की कोशिश भी तेज हो गई है। रविवार को सरकार ने कहा कि सरकार इराक में कार्यरत इंटरनेशनल रेड क्रिसेंट, क्षेत्र के अन्य देश और अन्य सभी संबंधित लोगों से सहायता के लिए लगातार संपर्क में है। इराक में विद्रोहियों ने 39 भारतीय
नई दिल्ली। इराक में बढ़ रहे संकट के साथ ही वहां फंसे भारतीयों को निकालने की सरकार की कोशिश भी तेज हो गई है। रविवार को सरकार ने कहा कि सरकार इराक में कार्यरत इंटरनेशनल रेड क्रिसेंट, क्षेत्र के अन्य देश और अन्य सभी संबंधित लोगों से सहायता के लिए लगातार संपर्क में है। इराक में विद्रोहियों ने 39 भारतीय कामगारों का अपहरण कर लिया है। जबकि कुल मिलाकर करीब 103 भारतीय वहां फंसे हैं।
सूत्रों ने बताया कि अपहृत भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार लगातार सभी संभावित कदमों पर विचार कर रही है। मोसुल से विद्रोहियों ने 40 भारतीयों का अपहरण कर लिया था। इनमें से एक भारतीय अपहर्ताओं के चंगुल से बचकर निकलने में कामयाब रहा। उसने भारतीय प्राधिकारियों को अपहर्ताओं के बारे काफी जानकारी दी है।
सरकार इस मामले में इराक के अलावा क्षेत्र के अन्य देशों, इराक में यूएन सहायता मिशन और संकटग्रस्त क्षेत्र में राहत कार्यो में लगी अन्य बहुत सी संस्थाओं के संपर्क में है। इराक के संकटग्रस्त क्षेत्र में कुल 120 भारतीय फंसे थे। इनमें से 16 को सुरक्षित वापस भारत लाया जा चुका है। अभी 103 भारतीय वहां फंसे हैं, जिनमें 46 नर्से और 39 अपहृत शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि अपहृतों को छुड़ाना और फंसे हुए भारतीयों की सुरक्षित वापसी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं।
कथित तौर पर भारतीयों के पासपोर्ट न लौटाने वाली कंपनी से भी बगदाद में भारतीय दूतावास संपर्क में है। सूत्रों ने कहा कि नजफ, बसरा और बगदाद में ¨हसा नहीं है, लेकिन इन क्षेत्रों से भी वापस आने के इच्छुक लोगों को सरकार मदद देगी। माना जा रहा है कि भारत ने सऊदी अरब से भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए मदद मांगी है।
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