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DRDO की कोरोना दवा 2-DG अब बाजारों में भी मिलेगी, डॉ रेड्डीज लैब से आज दवाओं की दूसरी खेप होगी जारी

इस महीने की शुरूआत में रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने मध्यम से गंभीर कोरोना वायरस रोगियों में एक सहायक चिकित्सा के रूप में आपातकालीन उपयोग के लिए इस दवा को मंजूरी दे दी है।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 08:59 AM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 09:34 AM (IST)
2डीजी दवा के 10,000 पाउच का दूसरा बैच आज निर्माता डॉ रेड्डीज लैब द्वारा जारी किया जाएगा

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा 2-डीजी (2-DG) की दूसरी खेप गुरुवार को जारी कर दी जाएगी। यह दवा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation, DRDO) ने विकसित की है और इसका दूसरा बैच आज डॉ. रेड्डीज लैब (Dr. Reddy's Laboratories) द्वारा जारी किया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, डीआरडीओ द्वारा विकसित 2डीजी दवा के 10,000 पाउच का दूसरा बैच आज निर्माता डॉ रेड्डीज लैब द्वारा जारी किया जाएगा। डीआरडीओ के अधिकारियों के अनुसार, 'दवा अब व्यावसायिक रूप से उपलब्ध होगी।'

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार का कहना है कि डीआरडीओ की तरफ से विकसित दवा 2-डीजी कोरोना के मरीजों के इलाज में काफी उपयोगी होगी। इस महीने की शुरूआत में रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने मध्यम से गंभीर कोरोना वायरस रोगियों में एक सहायक चिकित्सा के रूप में आपातकालीन उपयोग के लिए इस दवा को मंजूरी दे दी है।

गौरतलब है कि देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी और भयावह लहर से गुजर रहा है। रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि जारी दूसरी कोरोना लहर में, बड़ी संख्या में मरीजों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ी। संक्रमित कोशिकाओं में इसके संचालन के तंत्र के कारण दवा के कीमती जीवन को बचाने की उम्मीद है। मंत्रालय का कहना है कि यह कोरोना के रोगियों के इलाज में सुधार लाएगा, जिससे अस्पताल नहीं भी जाना हो सकता है।

हैदराबाद में डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज (DRL) के सहयोग से DRDO की एक प्रमुख प्रयोगशाला, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेज (INMAS) द्वारा दवा के एंटी-कोविड चिकित्सीय अनुप्रयोग को विकसित किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि दवा एक पाउच में पाउडर के रूप में आती है और इसे पानी में घोलकर लिया जाता है।


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