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त्रिपुरा में शादी समारोहों में छापेमारी के लिए डीएम ने मांगी माफी, गंदे व्यवहार पर हुई थी आलोचना

रात्रिकालीन कर्फ्यू के दौरान छापेमारी कर 31 लोगों को हिरासत में लेने का मामला। भाजपा विधायकों सहित कुछ लोगों ने जिलाधिकारी पर लगाया था दु‌र्व्यवहार का आरोप। इनका कहना था कि जिलाधिकारी ने पुजारियों तक से धक्का-मुक्की की थी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 06:41 PM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 12:52 PM (IST)
त्रिपुरा में शादी समारोहों में छापेमारी के लिए डीएम ने मांगी माफी, गंदे व्यवहार पर हुई थी आलोचना

अगरतला, आइएएनएस। रात्रिकालीन कर्फ्यू के दौरान आयोजित शादी समारोहों में छापेमारी के लिए पश्चिमी त्रिपुरा के डीएम शैलेश कुमार यादव ने माफी मांगी है। उन्होंने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि यदि मेरे कार्य से समाज के किसी भी व्यक्ति की भावना को चोट पहुंची हो तो कृपया वो मुझे माफ करें। कहा कि मैंने छापेमारी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराने के लिए किया था। वहीं, दूसरी ओर राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने भी इसका संज्ञान लिया है। उन्होंने मुख्य सचिव से इस मामले की रिपोर्ट तलब की है।

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सोनू निगम बोले- हिम्मत कैसे हुई इस तरह से लोगों से बात करने की

गायक सोनू निगम ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जहां उन्होंने पश्चिम त्रिपुरा के जिला मजिस्ट्रेट शैलेश कुमार यादव के बारे में बात की, जिन्होंने कर्फ्यू में हो रही एक शादी समारोह में पहुंच हंगामा खड़ा कर दिया था। सोनू निगम ने इस बात पर आपत्ति जताई कि यादव ने शादी की पार्टी में असभ्य तरीके से बात की। उन्होंने कहा कि आपकी हिम्मत कैसे हुई इस तरह से लोगों से बात करने की। गायक ने जोर देकर कहा कि अधिकारी ने परिवार के लिए विशेष दिन को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि भले ही परिवार नियमों को तोड़ रहा हो, लेकिन डीएम को सम्मानजनक होना चाहिए और ऐसा अपमान नहीं करना चाहिए।

बता दें कि अगरतला के जिलाधिकारी शैलेश कुमार यादव ने सोमवार देर रात शहर के दो विवाह मंडपों पर छापेमारी की थी। इन स्थानों पर जारी गाइडलाइन से कहीं ज्यादा संख्या में पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे। मैरिज हॉल में एक शादी के दौरान वो पुलिस फोर्स के साथ यहां पहुंचे थे। इस दौरान डीएम शैलेश यादव ने लोगों से बदसलूकी की। साथ ही पुलिसकर्मियों ने लोगों पर डंडे भी बरसाए। पूरी घटना का वीडियो वायरल हो गया है। वे बेहद ही गुस्से में नजर आ रहे थे। इसकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। इसका नतीजा ये हुआ कि उनपर सख्त ऐक्शन लिए जाने की बात सामने आइ है।

गौरतलब है कि मुख्य सचिव मनोज कुमार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अगरतला के नगर निगम क्षेत्र में रात के 10 बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया है। सार्वजनिक स्थानों के इस्तेमाल को लेकर उन्होंने गाइडलाइन भी जारी की थी। 

जिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस ने 19 महिलाओं सहित 31 लोगों को तत्काल हिरासत में ले लिया था। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों सहित कुछ लोगों ने जिलाधिकारी पर दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाया था। इनका कहना था कि जिलाधिकारी ने पुजारियों तक से धक्का-मुक्की की थी।


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