PFI पर प्रतिबंध लगाने की मांग ने पकड़ा जोर, आल इंडिया बार एसोसिएशन ने कहा- प्रतिबंध लगाने का यह सही समय
आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 15 राज्यों में पीएफआइ के ठिकानों पर एनआइए और ईडी की छापेमारी के बाद इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। हिमंत बिस्वा सरमा और नाना पटोले ने इस कट्टरपंथी संगठन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
नई दिल्ली, एएनआइ। आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 15 राज्यों में पीएफआइ के ठिकानों पर एनआइए और ईडी की छापेमारी के बाद इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। आल इंडिया बार एसोसिएशन (एआइबीए), असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने इस कट्टरपंथी संगठन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहे हैं पीएफआइ के नेताओं
एआइबीए के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील आदिश सी अग्रवाल ने कहा, पीएफआइ पर प्रतिबंध लगाने का यह सही समय है। किसी को भी भारत की अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। यह स्पष्ट है कि पीएफआइ और उसके नेता देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों में शामिल थे। जबरन मतांतरण, मुस्लिम युवाओं में कट्टरता, मनी लांड्रिंग और प्रतिबंधित समूहों के साथ संबंधों के सिलसिले में भी पीएफआइ नेताओं के नाम आते रहे हैं।
पीएफआइ को प्रतिबंध करने की जरूरत
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार ''आतंकी गतिविधियों का तंत्र बनाने'' के लिए पीएफआइ पर प्रतिबंध लगाने का केंद्र से लगातार अनुरोध करती रही है। गुवाहाटी में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, हमें लगता है कि इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है। राज्य सरकार ने इसकी गतिविधियों को लेकर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भी भेजी है।
नाना पटोले ने प्रतिबंध लगाने की मांग की
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस ने अतीत में पीएफआइ जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। क्या केंद्र सरकार किसी राजनीतिक कारण से इस पर निर्णय नहीं ले रही है? उन्होंने संवाददाताओं से कहा, विभाजनकारी और सांप्रदायिक संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। कांग्रेस शांति चाहती है। विभाजन पैदा करने की प्रवृत्ति को रोका जाना चाहिए। महाराष्ट्र के भाजपा विधायक नीतेश राणे ने भी पीएफआइ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
पुणे में लगे 'पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
महाराष्ट्र के पुणे शहर में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पीएफआइ के प्रदर्शन के दौरान 'पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सुने गए। एनआइए और ईडी द्वारा बड़े पैमाने पर की गई छापेमारी के विरोध में पीएफआइ कार्यकर्ता एकत्र हुए थे। मौके पर मौजूद पत्रकारों ने इस तरह का नारा लगाए जाने की पुष्टि की है। इसको लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में जो कोई भी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाएगा, हम उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। पुलिस ने मामला दर्ज कर कई पीएफआइ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
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