बढ़ती गर्मी से लोगों को निजात दिलाएगा सरकार का कूलिंग एक्शन प्लान
फिलहाल इससे राहत का अनुभव अगले कुछ सालों में ही किया जा सकेगा। दुनिया में इस तरह का कूलिंग एक्शन प्लान तैयार करने वाला भारत पहला देश है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आने वाले सालों में लोगों को बढ़ती गर्मी से राहत मिल सकती है। सरकार ने इसे लेकर एक कूलिंग एक्शन प्लान पर काम शुरू किया है। जिसके तहत वर्ष 2037-38 तक देश में कूलिंग की मांग को 20 से 25 फीसद तक कम करना है। फिलहाल इससे राहत का अनुभव अगले कुछ सालों में ही किया जा सकेगा। दुनिया में इस तरह का कूलिंग एक्शन प्लान तैयार करने वाला भारत पहला देश है।
केंद्रीय वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने गुरुवार को कूलिंग एक्शन प्लान को लांच करते हुए कहा इससे लोगों के जीवन में खुशहाली आएगी। उनके स्वास्थ्य और खेती के उत्पादन में सुधार होगा। मौजूदा समय में बढ़ते तापमान और उत्सर्जन के चलते लोगों के जन-जीवन पर वितरीत असर पड़ रहा है। साथ ही लोगों की कूलिंग पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि एसी और रेफ्रीजेरेटर की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन अब वह इस प्लान के जरिए वर्ष 2037-38 तक एसी और रेफ्रीजेरेटर की मांग में भी 25 से 30 फीसद तक की कमी लाएंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कूलिंग की बढ़ती मांग को कम करने के लिए जो जरूरी कदम उठाए जाएंगे, उनमें गर्मी से बचाव के लिए घरों की निर्माण, खेती की आय को बढ़ाने के लिए बेहतर कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की योजना बनाई गई है। जिस पर जल्द ही अमल शुरू होगा। वहीं जलवायु में होने वाले बदलाव का आंकलन लोगों के जीवन स्तर में देखे जाने वाले बदलाव और खेती की बढ़ती पैदावार से आधार पर किया जाएगा। इसके अलावा इसे लेकर शोध को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
लंबे अध्ययन के बाद बना प्लान
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्लान के पीछे एक लंबा अध्ययन शामिल है, जिसमें कूलिंग की बढ़ती जरूरतों को शामिल किया गया है। इसके लिए सभी सेक्टर से आंकड़े जुटाए गए है। साथ ही लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर का भी अध्ययन कराया गया है।