यूपी के कांग्रेस मुख्यालय पर चले लाठी-डंडे, पार्टी प्रवक्ता घायल
अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर रणभूमि में तब्दील हो गया। बुंदेलखंड अधिकार सेना के लगभग डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं ने नेहरू भवन पर प्रदर्शन किया और देखते ही देखते इसके कार्यकर्ता हिंसा पर उतारू हो गए। इन कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ और मारपीट की जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठ
लखनऊ। अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर रणभूमि में तब्दील हो गया। बुंदेलखंड अधिकार सेना के लगभग डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं ने नेहरू भवन पर प्रदर्शन किया और देखते ही देखते इसके कार्यकर्ता हिंसा पर उतारू हो गए। इन कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ और मारपीट की जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी सहित कुछ लोगों को चोटें आईं। बुंदेलखंड अधिकार सेना के कथित प्रमुख बृजभूषण उर्फ गुड्डू राजपूत सहित एक दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
उधर मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर हुई हिंसा का संज्ञान लेते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी से मामले पर रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के लोग ज्ञापन देने कांग्रेस कार्यलय पहुंचे थे। जिस समय हिंसा हुई उस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा नेहरू भवन में मौजूद थे। वह सोनिया गांधी के दो अप्रैल को रायबरेली से प्रस्तावित नामांकन के लिए चुनाव चिन्ह संबंधी फार्म लेने आए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शर्मा सोनिया गांधी की गाड़ी से आए थे और हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने इसका शीशा भी तोड़ दिया। थोड़ी देर के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष डा.निर्मल खत्री ने बताया कि वह लखनऊ के रास्ते में थे तब उनके पास पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत का फोन आया और उन्होंने पूछा था कि बुंदेलखंड के कुछ लोग ज्ञापन देने कांग्रेस दफ्तर गए हैं और वे वहां किसे ज्ञापन सौंपें।
बहरहाल जिस समय निर्मल खत्री के पास राजपूत का फोन आया तब तक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हिंसा शुरू हो चुकी थी। बुंदेलखंड अधिकार सेना ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में बुंदेलखंड की उपेक्षा किए जाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। लगभग ढाई बजे शुरू हुआ उपद्रव 15 से 20 मिनट जारी रहा और इस दौरान नेहरू भवन के कई कमरों में तोड़फोड़ हुई।
कुछ देर तक सकते में रहने के बाद कांग्रेसियों ने भी पलटवार करते हुए बुंदेलखंड अधिकार सेना के कार्यकर्ताओं को दौड़ाया और जो भी हाथ लगा उसकी पिटाई कर देर से मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया। सिर में चोट लगने से लहूलुहान हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि हमला पूर्व नियोजित था और लोकतंत्र में ऐसी हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है।