Parliament Winter Session: जनता के मुद्दों पर संसद में सरकार को घेरेगी कांग्रेस, आज होगी शीर्ष नेताओं की बैठक
संसद के शीतकालीन सत्र में जनता से जुड़े मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति तय करने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की शनिवार को बैठक होगी। सोनिया गांधी की ओर से बुलाई गई इस बैठक में कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में जनता से जुड़े मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति तय करने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की शनिवार को बैठक होगी। पार्टी संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पी चिदंबरम, अधीर रंजन चौधरी से लेकर मनीष तिवारी जैसे नेता शामिल होंगे। इसमें संसद में उठाए जाने वाले मुद्दों के साथ विपक्षी दलों के साथ दोनों सदनों में संयुक्त रणनीति को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता को लेकर क्या है स्थिति
साथ ही पार्टी से मिल रहे संकेतों के अनुसार राज्यसभा में विपक्ष के नए नेता की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस नेतृत्व जल्दबाजी में नहीं है और फिलहाल शीतकालीन सत्र के मल्लिकार्जुन खरगे ही नेता विपक्ष की जिम्मेदारी निभाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने के साथ ही खरगे ने राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद से अपना इस्तीफा पार्टी संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया था। लेकिन सोनिया गांधी ने अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है और न ही उनके उत्तराधिकारी के बारे में अभी कोई फैसला किया है। इसीलिए शीतकालीन सत्र के दौरान खरगे कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ राज्यसभा में नेता विपक्ष की दोहरी जिम्मेदारी संभालेंगे इसके पूरे आसार हैं।
खरगे के जगह कौन ले सकते हैं स्थान
हालांकि, यह कांग्रेस के उस सिद्धांत के खिलाफ है जिसके तहत एक व्यक्ति दो पद पर नहीं रह सकता है। अगर भविष्य में खरगे को नेता प्रतिपक्ष पद छोड़ना पड़ा तो उनकी जगह पी चिदंबरम, दिग्वियज सिंह और प्रमोद तिवारी जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दावेदारों की सूची में शामिल हैं। कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले खरगे के अध्यक्ष बनने के चलते राज्यसभा में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी उत्तर भारतीय चेहरे को देकर संतुलन बनाना कांग्रेस की सियासी जरूरत है।
कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी
इस कसौटी के कारण ही चिदंबरम की दावेदारी कमजोर पड़ रही है। संसद में कांग्रेस रणनीति समूह की 10 जनपथ पर शनिवार को होने वाली बैठक के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं घटाए जाने, बेकाबू महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर आक्रामक रुख की दशा-दिशा तय किए जाने की संभावना है। इसके साथ ही डाटा प्रोटेक्शन और बिजली संशोधन जैसे विधेयकों के चिंताजनक प्रावधानों को रोकने जैसे मसलों पर विपक्ष के अन्य दलों का सहयोग लेने पर भी चर्चा होगी। मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस की कमान संभालने के बाद संसद का यह पहला सत्र है और पार्टी इसमें प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाने का संदेश देने की पूरी कोशिश करेगी।