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स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अभियान

संवाद सहयोगी, ऊधमपुर। गांधी जयंती पर देश को स्वच्छ बनाने के संकल्प के साथ छेड़े गए अभियान में जिला मुख्यालय और कोर्ट परिसर में भी साफ-सफाई की गई थी। कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन के सदस्यों ने सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया था, लेकिन समय बीतने के साथ अभियान ठंडा पड़ गया है। अब हालत यह है कि कोर्ट परिसर में साफ-सफाई फि

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 18 Oct 2014 11:03 AM (IST)Updated: Sat, 18 Oct 2014 11:03 AM (IST)
स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अभियान

संवाद सहयोगी, ऊधमपुर। गांधी जयंती पर देश को स्वच्छ बनाने के संकल्प के साथ छेड़े गए अभियान में जिला मुख्यालय और कोर्ट परिसर में भी साफ-सफाई की गई थी। कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन के सदस्यों ने सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया था, लेकिन समय बीतने के साथ अभियान ठंडा पड़ गया है। अब हालत यह है कि कोर्ट परिसर में साफ-सफाई फिर पुराने ढर्रे पर लौट गई है। यहां हर ओर फैली गंदगी लोगों का मुंह चिढ़ा रही है, लेकिन उसे हटाने वाला कोई नहीं है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत दो अक्तूबर को कोर्ट परिसर में बार ऐसोसिएशन ने सफाई अभियान चलाया था। बार के सदस्यों ने स्वच्छता को बरकारार रखने का भी संदेश दिया था, लेकिन अब उन्हें अपने संकल्प का तनिक भी ध्यान नहीं है। कोर्ट परिसर में गंदगी का साम्राज्य फैलने लगा है। यहां तक कि दो अक्तूबर के बाद से आज तक किसी ने कोर्ट परिसर में फिर सफाई नहीं की। यहां सफाई करने के लिए आने वाले कर्मचारी भी परिसर में थोड़ी बहुत ही सफाई करते हैं और इस दौरान जमा होने वाली गंदगी को उठाकर ले जाने की बजाए कोर्ट परिसर में जगह-जगह जमा कर देते हैं। शुक्रवार को भी कोर्ट परिसर में जाने पर कई जगह पर छोटे बड़े गंदगी के ढेर लगे नजर आए। कोर्ट परिसर में बने नए कंप्लेक्स के पास तो काफी गंदगी फैली थी। बार एसोसिएशन के सदस्य खुद सफाई करना तो भूले ही, सफाई कर्मचारियों से भी सही तरीके से सफाई करवा कर गंदगी को ठिकाने लगाने की कोशिश नहीं की। जबकि यह सभी समझते हैं कि महज एक दिन झाड़ू लगाकर ऊधमपुर या फिर देश को स्वच्छ नहीं बनाया जा सकता। इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहना होगा। अब देखना है कि लोग कब गंदगी में रहना पसंद नहीं करते हैं। स्वच्छता अभियान को सफल बनाने में जिला प्रशासन के साथ समाज सेवी संस्थाओं को अपने दायित्व को समझना होगा। लोगों को पूरी तरह इस अभियान से जोडऩे पर ही स्वच्छ भारत का सपना साकार हो पाएगा। वहीं,, इस बारे में बार एसोसिएशन के प्रधान पवन जंडियाल का कहना था कि अदालत परिसर में महज एक ही सफाई कर्मचारी आता है, वह भी नियमित रूप से नहीं। नगर परिषद के सीईओ को कई बार सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है। एक कर्मचारी पूरे अदालत परिसर को साफ नहीं कर सकता। वह एक बार फिर सीईओ से इस बारे में आग्रह करेंगे, यदि फिर भी सफाई नहीं हुई तो बार एसोसिएशन फिर से अपने स्तर पर सफाई अभियान चला कर अदालत परिसर को साफ करेगी।

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