संकल्प-नंदिनी सुसाइड: डीजी समेत 38 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद और पुत्र वधु नरेश नंदिनी के आत्महत्या मामले में उप्र पुलिस ने दिल्ली स्थित लोक नायक जयप्रकाश नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस के पूर्व निदेशक व वर्तमान में आवास निगम के डीजी कमलेंद्र प्रसाद, डीआइजी संदीप मित्तल सहित 3
मथुरा। मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद और पुत्र वधु नरेश नंदिनी के आत्महत्या मामले में उप्र पुलिस ने दिल्ली स्थित लोक नायक जयप्रकाश नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस के पूर्व निदेशक व वर्तमान में आवास निगम के डीजी कमलेंद्र प्रसाद, डीआइजी संदीप मित्तल सहित 38 लोगों के खिलाफ थाना कोसी में रिपोर्ट दर्ज कर ली। कल रात मुकदमा दर्ज करने के लिये मथुरा की एसएसपी मंजिल सैनी ने अपने लखनऊ में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्यमंत्री को दी थी, जिसके बाद कुछ अधिकारी सुसाइड नोट में लिये गये सभी नामों से एफआइआर कराने के कतई समर्थक नहीं थे। इसके अलावा मथुरा में जानकारी मिली है कि केन्द्रीय गृह सचिव ने संस्थान को विभागीय जांच के आदेश दे दिये हैं। इसके लिये संस्थान द्वारा मथुरा से एफआइआर और सुसाइड नोट की कापी मंगाई गई है। इन पर संकल्प और नंदिनी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।
दिल्ली स्थित लोक नायक जयप्रकाश नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस के प्रोफेसर संकल्प आनंद ने 15 अक्टूबर की सुबह मथुरा के थाना कोसी क्षेत्र में ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। दंपती की पांच वर्षीय बेटी रिदिमा बच गई थी। घटनास्थल पर खडी संकल्प की कार से 10 पेज का एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। इसमें संकल्प ने अपने संस्थान के अधिकारियों सहित तमाम लोगों पर वित्तीय हेराफेरी का आरोप लगाते हुए खुद के उत्पीड़न का जिक्र किया था।
शुक्रवार को मथुरा पुलिस की टीम ने दिल्ली जाकर गीतकार संतोष आनंद से जानकारी ली और उनकी तहरीर पर शुक्रवार मध्य रात्रि में रिपोर्ट दर्ज कर ली। एसएसपी मंजिल सैनी के मुताबिक, संतोष आनंद ने संकल्प द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट को ही तहरीर बता कर कार्रवाई का अनुरोध किया है। इसी आधार पर थाना कोसी में संस्थान के पूर्व निदेशक और वर्तमान में उप्र पुलिस आवास निगम के डीजी कमलेंद्र प्रसाद, आइजी संदीप मित्तल सहित 38 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
संतोष आनंद ने पुलिस को तीन मोबाइल फोन भी सुपुर्द किए हैं। इनमे से दो मोबाइल फोन संकल्प के और एक उनकी पत्नी नंदिनी का है। दिल्ली पुलिस लोक नायक जयप्रकाश नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस से संकल्प की हैंड राइटिंग का नमूना भी लेकर आई है, जिसे सुसाइड नोट से मिलाया जाएगा।
मथुरा पुलिस ने दिल्ली में संकल्प आनंद के आवास को भी सील कर दिया है। मथुरा एसएसपी मंजिल सैनी ने पूरे घटनाक्रम से प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित तमाम आला अधिकारियों को अवगत कराने के बाद ही रिपोर्ट दर्ज की। इधर प्रदेश सरकार सीबीआइ जांच की सिफारिश करने का भी मन बना रही है।
ये हैं आरोपी
यूपी पुलिस आवास निगम लिमिटेड के डीजीपी कमलेंद्र प्रसाद, संदीप मित्तल, डा. बी एन चट्टोराज, एम के डागा, सिमी शंखधर, अमित शंखधर, श्रीमती शाही गांगुली, गौरी शंकर, एल बी सिंह, सुधीर, अजय ठाकुर, फारुख, हाफिज सिद्दकी, प्रदीप शर्मा, मिस्टर श्रीकान्त, शरद ओझा, देव कौशिक, सिद्धार्थ अग्रवाल, कामदार मुवई, डा. बत्रा, सपना गोयल, सुखविंदर, अरुण जैन, मिथलेश चौबे, जेपी यादव, पुष्पा यादव, बीएस चौहान, जौली, एके गर्ग, आलोक, सारंग, दीपा पांडेय, इस्माइल खान, रविंद्र, इकराम, त्यागी, कैप्टन चौधरी और सचान के खिलाफ थाना कोसीकलां में नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच कोटवन पुलिस चौकी इंचार्ज प्रेमचंद यादव को सौंपी गई है।
ये है तहरीर
तहरीर में संतोष आनंद ने लिखा है कि 15 अक्टूबर 14 को कोसीकलां में मेरे पुत्र संकल्प आनंद व पुत्रवधू नरेश नंदिनी ने रेलवे लाइन पर आत्महत्या कर ली और एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। मेरे पुत्र व पुत्रवधु ने सुसाइड नोट में अंकित लोगों के कारण की आत्महत्या की है। सुसाइड नोट में अंकित तथ्यों के आधार पर मेरी रिपोर्ट लिखकर कार्रवाई करते हुए मुझे न्याय दिलाया जाए। तहरीर पर संतोष आनंद ने अंगूठा निशानी और अंग्रेजी में हस्ताक्षर किए हैं।
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