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दर्दनाक हादसा: आरोप बर्दाश्त न कर सका लेक्चरर, पत्‍‌नी संग दे दी जान

कोसी क्षेत्र में बुधवार सुबह करीब सवा सात बजे दिल्ली की ओर धड़धड़ाती जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस के आगे कूदकर एक दंपती ने आत्महत्या कर ली। उनकी पांच वर्षीय बच्ची बच गई। आत्महत्या करने वाला संकल्प आनंद नाम गृह मंत्रालय के एक संस्थान की फोरेंसिक लैब में लेक्चरर है। घटनाक्रम के अनुसार, कोसी क्षेत्र में हाइ

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Wed, 15 Oct 2014 01:00 PM (IST)Updated: Wed, 15 Oct 2014 01:00 PM (IST)
दर्दनाक हादसा: आरोप बर्दाश्त न कर सका लेक्चरर, पत्‍‌नी संग दे दी जान

कोसीकलां [मथुरा]। कोसी क्षेत्र में बुधवार सुबह करीब सवा सात बजे दिल्ली की ओर धड़धड़ाती जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस के आगे कूदकर एक दंपती ने आत्महत्या कर ली। उनकी पांच वर्षीय बच्ची बच गई।

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आत्महत्या करने वाला संकल्प आनंद नाम गृह मंत्रालय के एक संस्थान की फोरेंसिक लैब में लेक्चरर है। घटनाक्रम के अनुसार, कोसी क्षेत्र में हाईवे किनारे पशुपति फैक्ट्री के सामने रेलवे ट्रैक के पास लाल रंग की एक कार आकर रुकी। जिसमें से एक दंपती उतरा। महिला की गोद में एक बच्ची थी। पूरा परिवार कार के पास खडे़ होकर बातचीत कर रहा था। रेलवे कर्मी गजेंद्र ने उन्हें टोका भी, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। रेलवे कर्मी चला गया। इसी दरम्यारन आगरा की ओर से इंटरसिटी आ गई। रेलवे कर्मी ने मुड़कर देखा तो दंग रह गया। ट्रैक पर दंपती के चिथडे़ उड़ चुके थे।

बच्ची ट्रैक से दूर पड़ी थी। रेलवे कर्मी ने आनन-फानन इसकी सूचना अपने अधिकारियों को दी। राहगीरों की मौके पर भीड़ जुटने लगी। मौके से मिले कागजातों के आधार पर मृत दंपती की पहचान संकल्प आनंद पुत्र चंद्रपाल आनंद और नंदनी आनंद के रूप में हई। बच्ची का नाम रिदिमा है। ये नई दिल्ली के रोहिणी के सुखदेव विहार के रहने वाले थे।

मौके पर मिले परिचय पत्र के मुताबिक, संकल्प आनंद लोकनायक जयप्रकाश नारायण नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनलॉजी एंड फोरंसिक साइंस दिल्ली मे लेक्चरर था। पुलिस ने बच्ची को कोसी के मंगला हास्पीटल में भर्ती करा दिया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

करोड़ों रुपये के घोटाले में फंसा दिया था

घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। 11 पेज के इस सुसाइड नोट में संकल्प आनंद ने करोड़ों रुपये के घोटाले में फंसाए जाने का जिक्र किया है। सुसाइड नोट में इंस्टीट्यूट में हुए लेनदेन का जिक्र करते हुए अपने गलत कदमों एवं साथी कर्मचारियों एवं अधिकारियों के द्वारा उसे फंसाए जाने और पैसे का गबन करने की कहानी लिखी गई है। पुलिस ने मौके से उनकी कार संख्या डीएल 7सीके 8428, दो मोबाइल, पैसे, बैंक पासबुक आदि बरामद की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। पुलिस ने बताया कि कागजातों पर दर्ज फोन नंबरों पर सूचित कर दिया है। दोपहर तक किसी भी परिजन की ओर से पुलिस के पास कोई सूचना नहीं आई थी।

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