बाबरी विध्वंस केस: अवमानना मामले की फाइल बंद
बाबरी विध्वंस के बाद कुछ हिंदू नेताओं ने अयोध्या मामले में फैसला देने पर न्यायपालिका के खिलाफ प्रतिक्रियाएं दी थी। इन लोगों ने यह भी कहा था कि यह आस्था का विषय है इस पर कोर्ट को सुनवाई नहीं करनी चाहिए थी। इन लोगों ने जजों पर भी कमेंट किये थे। इससे संबंधित खबर एक अंग्रेजी अखबार में छपी थी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान
नई दिल्ली। बाबरी विध्वंस के बाद कुछ हिंदू नेताओं ने अयोध्या मामले में फैसला देने पर न्यायपालिका के खिलाफ प्रतिक्रियाएं दी थी। इन लोगों ने यह भी कहा था कि यह आस्था का विषय है, इस पर कोर्ट को सुनवाई नहीं करनी चाहिए थी। इन लोगों ने जजों पर भी कमेंट किये थे।
इससे संबंधित खबर एक अंग्रेजी अखबार में छपी थी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया था और विष्णु हरि डालमिया, आचार्य गिरिराज किशोर और इंडियन एक्सप्रेस के खिलाफ अवमानना का नोटिस जारी किया था। बाद में अखबार द्वारा माफी मांग लेने पर उसके खिलाफ मामला वापस ले लिया गया लेकिन दोनों हिंदू नेताओं के खिलाफ मामला चलता रहा।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले में 26 मार्च को फैसला अपने पास सुरक्षित रख लिया था। अब जब दोनों नेताओं की मृत्यु हो चुकी है तो यह फाइल बंद कर दी गई है।
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