वादाखिलाफी से नाराज ऑटो यूनियन ने छोड़ा 'आप' का दामन
ऑटो रिक्शा चालकों के एक प्रमुख संगठन ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) को भविष्य में समर्थन नहीं देने का निर्णय लिया है। न्याय भूमि ऑटो यूनियन ने पार्टी पर उनके हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि आप ने ऑटो चालकों की भलाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। न्याय भूमि ऑटो यू
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ऑटो रिक्शा चालकों के एक प्रमुख संगठन ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को भविष्य में समर्थन नहीं देने का निर्णय लिया है। न्याय भूमि ऑटो यूनियन ने पार्टी पर उनके हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि आप ने ऑटो चालकों की भलाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
न्याय भूमि ऑटो यूनियन के सचिव राकेश अग्रवाल ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि ऑटो यूनियन की मदद के चलते ही आप विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सकी। पार्टी ने ऑटो चालकों से बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन चुनाव जीतने के बाद पार्टी अपने वायदों को भूल गई। अग्रवाल ने कहा कि 49 दिन के कार्यकाल में केजरीवाल ने ऑटो चालकों की बेहतरी के लिए एक भी निर्णय नहीं लिया। पार्टी ने फाइनेंस माफिया पर लगाम लगाने, किराये का ढांचा सुधारने, वाहनों को जबरन सीज किए जाने के खिलाफ कार्रवाई समेत दिल्ली एनसीआर में 5,500 नए परमिट जारी करने का वायदा किया था। सरकार बनने के बाद पार्टी ने इनमें से एक भी वादे को पूरा नहीं किया। राकेश अग्रवाल ने ऑटो में जीपीएस लगवाने की भी आलोचना की। न्याय भूमि ऑटो यूनियन के सदस्यों ने कहा कि ऑटो चालकों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल कराने की योजना भी सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दी थी। यूनियन सदस्यों ने कहा कि संगठन के सदस्य उपराज्यपाल से मिलकर अपनी समस्याएं बताएंगे। जरूरत पड़ने पर हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।
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