Manipur में शांति बहाली के लिए अमित शाह ने संभाला मोर्चा, कुकी समुदाय से की मुलाकात
मणिपुर में 3 मई को हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर के दौरे पर हैं। वह राज्य में शांति बहाल करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। उन्होंने आज कुकी समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। (फोटो-सोशल मीडिया)
मोरेह, पीटीआई। Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अभी भी कुछ इलाकों में झड़पें देखने को मिल रही हैं। रविवार को भी सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच गोलीबारी हुई थी। जिसमें 40 उग्रवादी मारे गए थे। वहीं, अब गृहमंत्री अमित शाह हालात पर काबू पाने के लिए खुद ग्राउंड पर उतर चुके हैं। उन्होंने आज मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह का दौरा किया। वहां उन्होंने सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की।
कुकी समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से शाह ने की मुलाकात
राज्य के अपने दौरे के तीसरे दिन शाह ने कुकी समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल और अन्य समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक टीम से भी मुलाकात की। उन्होंने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार की पहल के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया। शाह ने ट्वीट किया कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मोरेह (मणिपुर) में सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया गया। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि शाह ने म्यांमार की सीमा से लगे मोरेह शहर में सुरक्षा समीक्षा बैठक की।
राज्य में शांति बहाल के प्रयास में जुटे शाह
अमित शाह ने मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार की पहल के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया। गृह मंत्री मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर हैं और राज्य में शांति बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं। मंगलवार को मेइती और कुकी समूहों ने शांति के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे संकटग्रस्त राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम करेंगे।
शांति भंग करने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
शाह ने मंगलवार को इंफाल में मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की थी। उन्होंने कहा था कि मणिपुर की शांति और समृद्धि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और उन्हें शांति भंग करने वाली किसी भी गतिविधि से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया।
हिंसा के बाद पहली बार दौरा कर रहे अमित शाह
तीन मई को मणिपुर में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब गृह मंत्री पूर्वोत्तर राज्य का दौरा कर रहे हैं। हालांकि, 3 मई को हिंसा होने के बाद वहां पर झड़प की घटनाएं कम हुई थी, लेकिन रविवार को सशस्त्र समूहों और उग्रवादियों के बीच फिर से झड़प हुई थी। इसमें 80 लोगों की जान गई थी।