स्थापना दिवस पर असम राइफल्स के जवानों को अमित शाह का संदेश, ट्वीट कर कहा- सैनिकों को सलाम
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को स्थापना दिवस पर असम राइफल्स के जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। अमित शाह के अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि बल ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरमा ने लिखा भारत की सबसे पुरानी अर्धसैनिक सेवा असम राइफल्स के सभी कर्मियों को उनके स्थापना दिवस पर बधाई।
एएनआई, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को स्थापना दिवस पर असम राइफल्स के जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। 1835 में स्थापित असम राइफल्स को 'कछार लेवी' नामक मिलिशिया के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए असम राइफल्स सबसे दूरस्थ और अविकसित क्षेत्रों में तैनात है।
अमित शाह ने दी बधाई
स्थापना दिवस के मौके पर अमित शाह ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, 'असम राइफल्स के कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों को उनके स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं। सदैव सतर्क और विजयी बल पूर्वोत्तर में देश की आंतरिक सुरक्षा की रक्षा करने और लोगों को सुरक्षित करने के लिए एक ढाल के रूप में खड़ा है। मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सिंह-हृदय सैनिकों को सलाम।'
Greetings to the personnel of Assam Rifles and their family members on their raising day.
The ever-vigilant and victorious force has stood as a bulwark guarding the nation's internal security in the Northeast and securing the people. Salute to the lion-heart soldiers who laid… pic.twitter.com/cOa5Fn2T8t— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) March 24, 2024
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने भी दी बधाई
अमित शाह के अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि बल ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरमा ने लिखा 'भारत की सबसे पुरानी अर्धसैनिक सेवा, असम राइफल्स के सभी कर्मियों को उनके स्थापना दिवस पर बधाई। उत्तर पूर्व के प्रहरी' के रूप में जाने जाने वाले बल ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने और जरूरत के समय लोगों की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।'
46 बटालियन हैं शामिल
1960 में 17 बटालियनों के साथ अपनी स्थापना के बाद से, बल में पर्याप्त वृद्धि हुई है। इसमें अब 46 बटालियन शामिल हैं। इसके अलावा, यह एक प्रशिक्षण केंद्र और कई रसद इकाइयों का रखरखाव करता है। आदिवासी क्षेत्रों में अपनी लंबी सेवा के माध्यम से, असम राइफल्स ने जनता का पूरा विश्वास हासिल किया है और राष्ट्रीय संरचना में उनके एकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
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