हाफिज अब्दुल्ला की मौत से अमेरिका -कराची वार्ता पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क- तालिबान
तालिबान ने साफ कर दिया है कि पिछले दिनों पाकिस्तान के मस्जिद में हुए हमले में मारे गए संगठन लीडर के छोटे भाई हाफिज अब्दुल्ला की मौत से अमेरिका- कराची वार्ता पर कोई भी असर नही।
कराची,पीटीआई। पिछले दिनों पाकिस्तान के एक मस्जिद में तालिबान संगठन के मुख्य लीडर मुल्ला हबीबुल्लाह के भाई की मौत हो गई थी, जिसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा था कि पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की शांति वार्ता के लिए तालीबान नहीं मानेगा, लेकिन अब तालिबान ने कहा कि इस घटना का असर यूएस और कराची वर्ता पर नहीं पड़ेगा।
पाकिस्तान बॉम्ब ब्लास्ट होने पर भी होगी अमेरिका और तालिबान की वार्ता
अफगान तालिबान ने पिछले दिनों पुष्टि करते हुए कहा था कि हबीबुल्लाह के छोटे भाई हाफिज अब्दुल्ला पाकिस्तान मस्जिद अटैक में मारे गए हैं, लेकिन इस घटना का असर यूनाइटेड स्टेट से होने वाली शांति वर्ता पर नहीं पड़ेगा। स्थानिय पुलिस के अनुसार पाकिस्तान के एक मस्जिद में अफगान तालिबान लीडर के लिए ये बॉम्ब लगाया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान वहां पर तालिबान के मुखिया मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके छोटे भाई उस समय मौजूद थे। इस दौरान उनकी मौत हो गई और उनका बेटा घायल हो गया है। इसके अलावा इस घटना में पांच लोगों की मारे जाने की बात कही जा रही है।
अमेरिका-तालिबान वार्ता में पाकिस्तान का है मुख्य योगदान
तालिबान लीडर के भाई की मौत काफी नाजूक हालात में हुई है। दरअसल आतंकवादी समूह तालिबान और अमेरिका शांति बनाए रखने की आखिरी वार्ता में प्रवेश कर गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान तालिबान और अमेरिका की वर्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अफगानिस्तान युद्ध को रोकने के लिए अमेरिका अपनी पुरजोर कोशिश कर रहा है। इसके अलावा अमेरिका अपने सैनिकों की वापसी भी चाहता है।
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