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Pariksha Pe Charcha 2021: मोदी सर के छात्रों को टिप्स - परीक्षा के नंबर आपकी योग्यता की पहचान नहीं; छात्रों को दिया टास्क

Pariksha Pe Charcha 2021 LIVE Updates पीएम मोदी ने छात्र-छात्राओं शिक्षकों और अभिभावकों के साथ परीक्षा पे चर्चा की। पीएम ने कहा परीक्षा को लेकर तनाव न लें। परीक्षा से डरना नहीं चाहिए। बच्चों को सहज एवं तनावमुक्त रखना है।

By Rishi SonwalEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 12:30 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 07:09 AM (IST)
Pariksha Pe Charcha 2021: मोदी सर के छात्रों को टिप्स - परीक्षा के नंबर आपकी योग्यता की पहचान नहीं; छात्रों को दिया टास्क
मोदी सर ने कहा, "परीक्षा के नंबर आपकी योग्यता की पहचान नहीं।"

Pariksha Pe Charcha 2021: प्रधानमंत्री मोदी अपने लोकप्रिय कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' 2021 में ऑनलाइन इंटेरैक्शन के दौरान देश भर के छात्रों से 14 लाख रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स, पैरेंट्स एवं टीचर्स से चर्चा की। छात्रों, शिक्षक और पैरैंट्स ने डिजिटल मोड में मोदी सर से सवाल पूछे। सवालों के जवाब में पीएम ने कहा, "परीक्षा को लेकर तनाव न लें। परीक्षा से डरना नहीं चाहिए। माता पिता को बच्चों पर परीक्षा को लेकर तनाव नहीं लेना चाहिए। बच्चों की सहज एवं तनावमुक्त रखना है।" देश भर के स्कूलों में सीनियर कक्षाओं 9वीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए आयोजित होने वाली वार्षिक एवं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर होने वाले तनाव को लेकर प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण टिप्स दिये।

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एक पैरैंट्स के पूछे गये सवाल के जवाब में मोदी सर ने कहा, "पैरेट्स को चेक करना चाहिए कि कहीं आप अपने विचार व्यवहार से बच्चों पर कितना असर हो रहा है। बच्चों को देने वाले मूल्यों को जीकर उन्हें प्रेरित करने का प्रयास करें। आपके आचार-व्यवहार से बच्चे सीखते हैं।"

पीएम ने छात्रों को दिया टास्क

पीएम मोदी सर ने चर्चा की समाप्ति पर बच्चों को एक टास्क भी दिया। पीएम ने कहा कि परीक्षाओं की समाप्ति के बाद हमारे आजादी 75वें साल में उन महापुरुषों के योगदान पर प्रोजेक्ट बनाइए। इसमें अपने बड़ों और टीचर्स से गाइडेंस लीजिए।

बच्चों को मोटिवेट रखने के लिए पीएम के टिप्स

एक अन्य पैरेंट्स द्वारा बच्चों को मोटिवेट करने के उपाय के लिए मांगे गये टिप्स को लेकर पीएम ने कहा, "बच्चे बहुत एक्टिव होते हैं। हमे बड़े होने के बावजूद अपना मूल्यांकन करना चाहिए। हम एक सामाजिक ढांचा बना देते हैं और कोशिश करते हैं बच्चे उसी में ढल जाएं। हम जाने-अनजाने बच्चों को इंस्ट्रूमेंट मान लेते हैं। बच्चों को मोटिवेट करने का तरीका ट्रेनिंग। ट्रेनिंग के लिए अच्छी किताबें, मूवी या अच्छी कविता का सहारा लिया जा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि बच्चा सुबह उठकर पढ़ें, बच्चे सामने ऐसी चर्चा करें कि सुबह उठने के क्या फायदे हैं।"

बच्चों को मोटिवेट रखने के लिए सवाल पर ही पीएम मोदी ने आगे कहा, "बच्चों में कभी भी भय पैदा न करें। ऐसा आसान लगता है लेकिन इससे निगेटिव मोटिवेशन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। जैसे ही आपके द्वारा खड़ा किया गया हौवा खत्म होता है तो उसका मोटिवेशन भी समाप्त हो जाता है।"

मोदी सर के छात्रों और पैरैंट्स को टिप्स

  1. परीक्षा आखिरी पड़ाव नहीं है।
  2. परीक्षा में समय को बराबर-बराबर बांटना चाहिए।
  3. एग्जाम हॉल में जाते समय सारी टेंशन को बाहर छोड़ देना चाहिए।
  4. परीक्षा के नंबर आपकी योग्यता के पहचान नहीं हैं। परीक्षा एक पड़ाव मात्र है।
  5. जो लोग सफल होते हैं  वे सभी विषयों में पारंगत नहीं होते, बल्कि वे किसी एक विषय में निपुण होते हैं। इसलिए किसी एक विषय में महारथ हासिल करें।
  6. क्रिएटिविटी का दायरा नॉलेज से बहुत दूर ले जाता है। मोदी सर ने कहा, "जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कवि।"
  7. शिक्षक छात्रों को टोकने की बजाय उन्हें गाइड करें।
  8. परीक्षा के दौरान आसान सवाल पहले हल करें, इससे तनाव कम होगा और आत्म-विश्वास बढ़ेगा।
  9. हम जाने-अनजाने बच्चों को इंस्ट्रूमेंट मान लेते हैं। बच्चों को मोटिवेट करने का तरीका ट्रेनिंग।
  10. बच्चों में कभी भी भय पैदा न करें। ऐसा आसान लगता है लेकिन इससे निगेटिव मोटिवेशन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
  11.  टीचर के कहने का बच्चों पर अधिक असर होता है।
  12. अपने आस-पास के वातावरण से सीखिए।
  13. याद करने की बजाय जीने की कोशिश करनी चाहिए।
  14. बच्चों को सकारात्मक प्रेरणा देते रहना चाहिए।
  15. बच्चों को अपने सपने को लेकर बैठना नहीं चाहिए, बल्कि उसक लिए सतत प्रयास करने चाहिए।
  16. बच्चों के साथ अपने गैप को कम कीजिए। उनके साथ क्लोजनेस बढ़ाईये। जब बच्चा छोटा होता है तो आप उसके साथ बच्चे बन जाते हैं। ऐसा 5-6 साल की उम्र तक चलता रहता है। लेकिन बाद में माँ-बाप बच्चों को डॉमिनेट करने लग जाते हैं।
  17. बच्चे के मन से जुड़ें। उसके साथ इमोशनली अटैच हों। अगर बच्चा कुछ गलत करके आया तो पहले उसकी बात समझिए। 
  18. बच्चे को बार-बार इंस्ट्रक्टर की तरह मत समझाइए। बल्कि उसकी एक्टिविटी को ऑब्जर्व करे।
  19. बच्चों को सुधारने के लिए इन्वार्यमेंट क्रिएट करिए, ताकि बच्चा गलत करता है तो उसे अससास हो कि वह गलत कर रहा है।
  20. बच्चों को आनंद में शामिल होइए और जेनरेशन गैप कम करें। इसके लिए बच्चों के साथ बातचीत करनी होगी। जरूरी हो स्वयं को बदलना भी होगा।

पीएम ने किया था ट्वीट

पिछले सालों की तरह इस साल भी पीएम मोदी अब से कुछ देर में छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के साथ परीक्षा पे चर्चा कर रहे हैं। पीएम वीडियो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से स्टूडेंट्स को परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव से बचने के टिप्स देंगे। इस संबंध में प्रधानमंत्री ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट करके जानकारी दी है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि हमारे बहादुर एग्जाम वॉरियर्स, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ विभिन्न विषयों पर कई मजेदार सवाल और यादगार चर्चा। 7 अप्रैल को शाम 7 बजे देखिये, परीक्षा पे चर्चा #PPC2021। 

यह भी पढ़ें - PPC 2021: कल शाम 7 बजे ऐसे देखें ‘परीक्षा पे चर्चा’ लाइव कार्यक्रम, प्रधानमंत्री छात्रों को देंगे एजाम स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए टिप्स

बता दें कि प्रधानमंत्री ने ट्वीट के साथ ही, परीक्षा पे चर्चा के संबंध में एक वीडियो भी जारी किया है। प्रधानमंत्री के आधिकारिक ट्वीटर पेज पर जाकर इसे चेक कर सकते हैं। परीक्षा पे चर्चा 2021 के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 14 मार्च 2021 तक पूरी की गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परीक्षा पे चर्चा 2021 के लिए 12 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए थे। जिनमें 9 लाख से अधिक छात्र, 2 लाख से अधिक शिक्षक और 1 लाख से अधिक अभिभावकों की संख्या थी। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए, प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों का चयन किया गया है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विजेताओं में से स्टूडेंट्स के एक छोटे ग्रुप को सीधे प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने और उनसे प्रश्न पूछने का मौका मिलेगा। वहीं, विजेताओं को प्रधानमंत्री के साथ उनकी ऑटोग्राफ की गई तस्वीर भी दी जाएगी। स्कूल व कॉलेज के स्टूडेंट्स के साथ प्रधानमंत्री के कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा 1.0 का आयोजन पहली बार 16 फरवरी, 2018 को तालकटोरा स्टेडियम में किया गया था। वर्ष 2021 में यह कार्यक्रम का चौथा संस्करण है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी, 2021 को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 74वें संस्करण को संबोधित किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने युवा छात्रों की आगामी वार्षिक परीक्षाओं के संबंध में भी चर्चा की थी। प्रधानमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था कि आने वाले कुछ महीने छात्रों के लिए विशेष महत्व रखते हैं। छात्रों को चिंतित होने की बजाए, एक योद्धा की तरह परीक्षाओं की तैयारी करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा था कि उन्हें वॉरियर बनना है, वरीयर नहीं।


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