CBSE 12th Evaluation Criteria: 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द, कैसे होगा स्टूडेंट्स का मूल्यांकन? जानें अपडेट्स
CBSE 12th Evaluation Criteria अब जबकि सीबीएसई बोर्ड की सीनियर सेकेंड्री को रद्द कर दिया है तो स्टूडेंट्स पैरेंट्स और अन्य स्टेकहोल्डर्स यही जानना चाहते हैं कि बोर्ड द्वारा 12वीं के छात्रों का मूल्यांकन किस आधार पर किया जाएगा।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। CBSE 12th Evaluation Criteria: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार, 1 जून 2021 को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की सीनियर सेकेंड्री कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किये जाने की घोषणा की गयी। सीबीएसई की कक्षा 12 की शैक्षणिक वर्ष 2020-21 की बोर्ड परीक्षाएं पूरे देश में कोविड-19 महामारी के चलते स्थगित थीं और परीक्षाओं के आयोजन की संभावनाओं या रद्द किये जाने पर सरकार के अंतिम निर्णय 1 जून को लिए जाने की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ द्वारा पहले दी गयी थी। इसके बाद केंद्र सरकार की पूर्व घोषणा के अनुसार ही केंद्रीय बोर्ड की लंबित परीक्षाओं पर निर्णय मंगलवार को लिया गया।
इंटर्नल एसेसमेंट्स के आधार पर ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया?
अब जबकि, सीबीएसई बोर्ड की सीनियर सेकेंड्री को रद्द कर दिया है तो स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और अन्य स्टेकहोल्डर्स यही जानना चाहते हैं कि बोर्ड द्वारा 12वीं के छात्रों का मूल्यांकन किस आधार पर किया जाएगा। सीबीएसई बोर्ड द्वारा पिछले वर्ष की तरह ही इस एकेडेमिक ईयर के लिए भी 12वीं के रिजल्ट वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धतियों से तैयार किये जाने की उम्मीद विभिन्न एक्सपर्ट्स द्वारा लगाई जा रही है। विशेषज्ञों की मानें तो सीबीएसई बोर्ड छात्रों के कक्षा 12 के विभिन्न इंटर्नल एग्जाम्स के आधार पर ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया बना निर्धारित कर सकता है। यदि ऐसा होता है तो संभव है कि कई ऐसे स्टूडेंट्स होंगे जो कि यूनिट टेस्ट या मिड-टर्म परीक्षाओं में अच्छा नहीं कर पाए थे लेकिन बोर्ड परीक्षाओं के लिए अच्छी तैयारी की थी, ऐसे में उन्हें कम नंबरों से ही संतोष करना पड़ सकता है या ये छात्र सीबीएसई बोर्ड द्वारा बाद में आयोजित की जाने वाली परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।
क्या सीबीएसई 10वीं की तरह ही बनाएगा ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया?
दूसरी तरफ, सीबीएसई ने वर्ष 2020-21 के लिए सेकेंड्री कक्षा की परीक्षाओं को भी रद्द किया था। इसके बाद बोर्ड ने 10वीं के छात्रों का मूल्यांकन वैकल्पिक पद्धति से किये जाने के लिए ‘ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया’ जारी किया था, जिसके अनुसार स्टूडेंट्स का मूल्यांकन उनके वर्तमान कक्षा और पिछली कक्षा यानि 9वीं एवं 10वीं की विभिन्न आंतरिक और वार्षिक परीक्षाओं के अंकों के आधार पर किया जाना है। इसी के अनुसार सीबीएसई बोर्ड द्वारा सभी सम्बद्ध शासकीय एवं निजी विद्यालयों को अपने सेकेंड्री के पंजीकृत छात्र-छात्राओं के कक्षा 9 एवं कक्षा 10 की आंतरिक परीक्षाओं के अंक अपलोड किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। माना जा रहा है कि सीबीएसई द्वारा सेकेंड्री कक्षा की तरह ही सीनियर सेकेंड्री के छात्रो के लिए ‘ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया’ निर्धारित किया जा सकता है।