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कांग्रेस को आरोप लगाने के बजाय टैक्स जमा करना चाहिए, भाजपा ने पार्टी के आरोपों पर किया पलटवार

भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस को आयकर विभाग और न्यायपालिका पर आरोप लगाने के बजाय कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए और टैक्स जमा करना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता जफर इस्लाम ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का एक परिवार मानता है कि उन्हें नियमों से छूट दी जानी चाहिए और उन पर विशेष कानून लागू होना चाहिए लेकिन आधुनिक भारत में यह संभव नहीं।

By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Published: Fri, 29 Mar 2024 11:45 PM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2024 11:45 PM (IST)
कांग्रेस को आरोप लगाने के बजाय टैक्स जमा करना चाहिए, भाजपा ने पार्टी के आरोपों पर किया पलटवार
कांग्रेस को आरोप लगाने के बजाय टैक्स जमा करना चाहिए- भाजपा (फोटो, एक्स)

पीटीआई, नई दिल्ली। भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस को आयकर विभाग और न्यायपालिका पर आरोप लगाने के बजाय कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए और टैक्स जमा करना चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का एक परिवार मानता है कि उन्हें नियमों से छूट दी जानी चाहिए और उन पर विशेष कानून लागू होना चाहिए, लेकिन आधुनिक भारत में यह संभव नहीं है।

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भाजपा की प्रतिक्रिया तब आई जब कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि उसे आयकर विभाग से नए नोटिस मिले हैं, जिसमें उसे 1,823.08 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया है और आरोप लगाया कि भाजपा टैक्स कानूनों का गंभीर उल्लंघन कर रही है। आयकर विभाग को भाजपा से 4,600 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया टैक्स की मांग करनी चाहिए।

कांग्रेस नेता आरोप लगाकर अपनी हताशा जाहिर कर रहे

जफर इस्लाम ने कहा कि कांग्रेस नेता आयकर विभाग और न्यायपालिका के खिलाफ आरोप लगाकर अपनी हताशा जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया में बयान देने के बजाय कांग्रेस को कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। इस्लाम ने कहा कि आयकर विभाग कानून के अनुसार कार्रवाई करने के लिए मजबूर था क्योंकि कांग्रेस ने न केवल आयकर रिटर्न दाखिल करने में देरी की बल्कि आय भी कम बताई।

कांग्रेस टैक्स जमा करने में विफल रही

उन्होंने कहा कि कांग्रेस टैक्स जमा करने और अपील करने के लिए सही प्रक्रियाओं का पालन करने में विफल रही। आयकर आयुक्त (सीआईटी), आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आइटीएटी) और दिल्ली हाई कोर्ट सहित विभिन्न न्यायिक निकायों ने लगातार आयकर के फैसलों को बरकरार रखा है और कांग्रेस के तर्कों को खारिज किया है।

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