फरीदकोट में बढ़े चेक बाउंस के मामले, दो नंबर में चल रही फाइनेंस कंपनियां कर रही लोगों से धोखाधड़ी
चेक बाउंस के मामले सबसे ज्यादा दो नंबर में फाइनेंस का कार्य कर करने वाली कंपनियों के बताए जा रहे हैं। कंपनियां लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चेक हासिल करती है। फिर उसे किसी व्यक्ति के नाम पर ज्यादा धनराशि भरकर बैंक में लगाकर चेक बाउंस करवा लेती है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट। महानगरों के बाद अब न्यायालय द्वारा फरीदकोट में भी चेक बाउंस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलग से कोर्ट गठित की गई है, जो जल्द इन केसों का निपटरा करेगी। फरीदकोट जिले में चेक बाउंस के 3300 से अधिक मामले हैं, जिसमें 600 करोड़ रुपये से अधिक की राशि है।
चेक बाउंस के मामले सबसे ज्यादा दो नंबर में फाइनेंस का कार्य कर करने वाली कंपनियों के बताए जा रहे हैं। कंपनियां लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चेक हासिल करती है। फिर उसे किसी व्यक्ति के नाम पर ज्यादा धनराशि भरकर बैंक में लगाकर चेक बाउंस करवा लेती है। ऐसे अधिकांश मामले गरीब वर्ग के लोगों, ठेके पर काम करने वाले कर्मियों या फिर क्लास फोर के कर्मियों हैं। इनमें वह लोग ज्यादा हैं जो कम पढ़े-लिखे हैं। चेक बाउंस की आड़ में नबंर दो में चल रही फाइनेंस कंपनियां लोगों व सरकार से धोखाधड़ी कर रही है।
अदालत का फैसला स्वागत योग्य
एक ओर वह अवैध तरीके से फाइनेंस कंपनी चलाकर सरकार को राजस्व के रूप में चूना लगा रही है तो लोगों को महंगे ब्याज दर पर पैसे देकर लूट रही है।फरीदकोट जिला कचहरी में कार्यरत सीनियर एडवोकेट जसवंत सिंह ने कहा कि अदालत का फैसला स्वागत योग्य है। पहले इस प्रकार की कोर्ट का गठन लुधियाना, जालंधर व अमृतसर में भी हो चुका है। छोटे जिलों में फरीदकोट में यह अपने आप में पहला मामला है।
उन्होंने बताया कि कोर्ट दो सप्ताह पहले ही गठित हुई है। उन्होंने कहा कि कोर्ट की एक सीमा है, उसी के दायरे में रहकर वह काम करती है, लेकिन जालसाज लोग इसी का फायदा उठाते हैं। जो चेक आम लोगों की मदद के लिए काम आने वाला था, उसी को जालसाज अपने गोरखधंधे व धोखाधड़ी के लिए प्रयोग कर रहे हैं।
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