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Chaiti Chhath 2024 : छठ व्रतियों का खरना पूजन के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू, आज देंगी पहला अर्घ्य आज

Chaiti Chhath 2024 12 अप्रैल से नहाय खाय के साथ चैती छठ व्रत-पूजा शुरुआत हो चुकी है। चैती छठ को यमुना छठ भी कहा जाता है। इस पर्व में महिलाएं 36 घंटे का लंबा व्रत करती हैं। खरना पूजन के साथ 48 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो चुका है। आज यानी रविवार को व्रती महिलाएं पहला अर्घ्य देंगी।

By mukeshp pandey Edited By: Mohit Tripathi Published: Sun, 14 Apr 2024 12:01 AM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2024 12:01 AM (IST)
Chaiti Chhath 2024 : छठ व्रतियों का खरना पूजन के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू, आज देंगी पहला अर्घ्य आज
छठ व्रतियों का खरना पूजन के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू।

संवाददाता जागरण, नवादा। जिलेभर में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व के दूसरे शनिवार को श्रद्धा-भक्ति के साथ खरना पूजन किया। व्रतियों ने सुबह उठकर स्थानीय नदी व तालाबों में पवित्र स्नान कर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की। इसके बाद तालबों से शुद्ध बर्तन में खरना का प्रसाद बनाने पवित्र जल भरकर घर पहुंची।

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इसके साथ ही मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलाकर खरना का प्रसाद बनाया। इसके बाद संध्या में भक्ति-भाव के साथ पूजा-अर्चना किया। पूजन समाप्ति के बाद सबसे पहले खुद प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही अपने पास-पड़ोस, सगे-संबंधियों के बीच प्रसाद वितरण किया।

प्रसाद ग्रहण करने को लेकर टोले-मोहल्ले में लोग अपने परिवार के साथ छठ व्रतियों के घर पर पहुंचे। संध्या बेला में खरना प्रसाद खाने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिला। अनेक जगहों पर लोगों ने कतार में बैठकर खरना का प्रसाद ग्रहण किया।

खरना का प्रसाद खाने को लेकर देर शाम तक व्रतियों के घर पर लोगों के आने-जाने का सिलसिला चलते रहा। वहीं व्रतियों का खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद 48 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया।

छठ व्रती स्थानीय नदी व तालाबों में रविवार की संध्या अस्ताचलगामाी एवं सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्ध्यदान के साथ व्रत का पारण करेंगे।

छठ घाटों पर अर्घ्यदान की तैयारी

चार दिवसीय छठ पूजा की शुरुआत शुक्रवार से प्रारंभ हो चुकी है। शनिवार को खरना पूजा के साथ 36 घंटा के निर्जला व्रत शुरू हो चुका है। रविवार को सभी व्रति डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे ,जबकि चौथे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पारण के साथ लोक आस्था का त्योहार संपन्न होगा।

बिहार में लोक आस्था का त्योहार हर गांव मोहल्ले में मनाया जाता है। लगभग हर गांव में यह त्यौहार हर्ष और उल्लास के साथ मनाने की तैयारी चल रही है। छठ पूजा को लेकर अधिकारी भी सक्रिय दिख रहे हैं।

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