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How To Become A Judge: कैसे बनते हैं भारत में जज, जानें पात्रता से लेकर चयन प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी

Career Option After 12th अगर आप भी जज बनना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत 12वीं के बाद से ही की जा सकती है। जज बनने के लिए आप 5 वर्षीय या तीन वर्षीय एलएलबी कोर्स कर सकते हैं। कोर्स करने के बाद आपको ज्यूडिशियल सर्विस प्रतिगोगिता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। इसमें सफल उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के बाद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट या न्यायिक मजिस्ट्रेट पद पर नियुक्त किया जाता है।

By Amit YadavEdited By: Amit YadavPublished: Wed, 16 Aug 2023 04:09 PM (IST)Updated: Wed, 16 Aug 2023 04:14 PM (IST)
How To Become A Judge In India: जज बनने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी यहां से करें हासिल।

How To Become A Judge In India: हमारे देश में जज की नौकरी को समाज में सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त होता है। जजों को कानून का देवता भी कहा जाता है क्योंकि यह बिना किसी भेदभाव के लोगों को अपने फैसलों के दम पर लोगों को न्याय दिलाते हैं। अगर आप भी जज बनकर लोगों और समाज के लिए काम करके सेवा करना चाहते हैं और आपकी दिलचस्पी इस क्षेत्र में है तो जज बनकर यह हासिल किया जा सकता है। जज बनने के लिए आप 12वीं उत्तीर्ण करने के साथ ही इसकी शुरुआत कर सकते हैं। जज बनकर सेवा करने की सोच रहे अभ्यर्थी इस आर्टिकल से योग्यता से लेकर चयन प्रक्रिया तक की पूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं।

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Career Tips for Civil Judge: 12वीं के बाद करें शुरुआत

भारत में जज बनने के लिए कुछ योग्यताएं निर्धारित हैं। जज बनने की शुरुआत आपको कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने के साथ ही करनी होगी। 12वीं के बाद आप बैचलर ऑफ लॉ कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। लॉ में स्नातक की अवधि 5 वर्ष की होती है जिसके लिए आपको CLAT परीक्षा में भाग लेना होगा। इसके अलावा कई कॉलेजेस/ विश्विद्यालयों में 3 वर्ष का एलएलबी पाठ्यक्रम उपलब्ध होता है जिसके लिए संस्थान खुद की प्रवेश परीक्षा या मेरिट के आधार पर दाखिला देते हैं।

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Bachelor of Law/ LLB करने के बाद ज्यूडिशियल सर्विस प्रतिगोगिता परीक्षा में लेना होगा भाग

जज बनने के लिए राज्यों के स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से ज्यूडिशियल सर्विस एग्जामिनेशन का आयोजन किया जाता है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह ही अभ्यर्थियों को इसमें प्रीलिम/ मेंस, इंटरव्यू, वाइवा आदि प्रक्रियाओं से होकर गुजरना होगा। जिन उम्मीदवारों का नाम अंतिम मेरिट लिस्ट में दर्ज होगा उनको इसके बाद जज बनने के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए सफल उम्मीदवारों को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट या न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद पर नियुक्ति प्रदान की जाएगी।

कितना मिलता है वेतन

जज बनने के बाद वेतन आपके पद के अनुसार प्रदान किया जाता है। निचली न्यायपालिका में नियुक्त किये गए जज को 30 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये प्रतिमाहिना सैलरी प्रदान की जाती है। इसके अलावा हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में जज के पद पर नियुक्त व्यक्ति को 1 लाख रुपये से 2,50000 लाख के बीच प्रतिमाहिना वेतन प्रदान किया जाता है।

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