NCP नेता छगन भुजबल के खिलाफ मामला दर्ज, मां सरस्वती को लेकर कही थी ये बात
हिंदू धर्म के खिलाफ विवादास्पद बयान देने पर एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल और अन्य दो के खिलाफ आइपीसी की धारा 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। देवी सरस्वती (Maa saraswati ) की तस्वीर पर उनके बयान को लेकर छगन भुजबल की आलोचना हो रही है।
मुंबई, एजेंसी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल ( Chhagan Bhujbal) और दो अन्य कि खिलाफ आईपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक शिकायतकर्ता ने चेंबूर पुलिस स्टेशन (Chembur Police Station) में शिकायत दर्ज कराई थी कि छगन भुजबल और अन्य ने उनके भाषण का वीडियो फॉरवर्ड करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। जिसमें वह हिंदू धर्म के खिलाफ बोल रहे थे।
पिछले कुछ दिनों से एनसीपी नेता छगन भुजबल के एक बयान से विवाद खड़ा हो गया है। छगन भुजबल की देवी सरस्वती (Maa saraswati ) की तस्वीर पर उनके बयान के लिए आलोचना हो रही है। छगन भुजबल ने बयान दिया था कि स्कूलों में सरस्वती की जगह महापुरुषों की तस्वीरें लगाई जाएं।
बयान से सुर्खियों में आए भुजबल
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राकांपा नेता छगन भुजबल एक स्कूल में मां सरस्वती की तस्वीर को लेकर दिए गए बयान के कारण सुर्खियों में आ गए हैं। छगन भुजबल ने स्कूलों में सरस्वती की तस्वीर और पूजा पर सवाल उठाते
हुए कहा कि उनकी तस्वीर स्कूलों में नहीं लगायी जानी चाहिए और न ही यहां उनकी पूजा की जानी चाहिए। एनसीपी नेता का कहना था कि उन्होंने हमें कुछ नहीं सिखाया। सोमवार को यशवंतराव चव्हाण केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान छगन भुजबल ने ये विवादास्पद बयान दिया था।
मां सरस्वती को हमने कभी नहीं देखा
नेता छगन भुजबल का कहना है कि स्कूलों में महात्मा फुले, साहू महाराज, सावित्रीबाई फुले और भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें लगानी चाहिए। लेकिन सरस्वती मां को तो हमने कभी देखा ही नहीं और न ही इनसे कुछ सीखा है। उन्होंने हमें कुछ नहीं सिखाया है सरस्वती मां ने सिर्फ 3 फीसदी आरएसएस के लोगों को ही सिखाया और हमें इनसे अलग रखा है।
भाजपा नेता जतायी कड़ी आपत्ति
छगन भुजबल के इस विवादास्पद बयान के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था, भाजपा नेता ने भी एनसीपी नेता के बयान पर पलटवार करते हुए कड़ी आपत्ति जतायी थी। महाराष्ट्र में भाजपा नेता राम कदम ने छगन भुजबल के इस बयान पर माफी मांगने की मांग की है।
यह भी पढ़ें-