NHSRCL ने मुंबई-अहमदाबाद Bullet Train परियोजना पर काम शुरू, 7 किलोमीटर ट्रैक समुद्र के नीचे से गुजरेगी Train
एनएचएसआरसीएल के साइनेज वाली बैरिकेडिंग से पता चलता है कि जल्दी ही स्टेशन बनाए जाने का काम शुरू होगा। इससे पहले NHSRCL ने पिछले वर्ष चार नवंबर को MAHSR C1 पैकेज के तहत बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स हाई स्पीड रेलवे स्टेशन के डिजाइन और निर्माण के लिए वित्तीय बोलियां खोली थीं।
राजेंद्र बी. अकलेकर, मुंबई (मिड-डे)। बुलेट ट्रेन के नाम से जानी जाने वाली अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल का काम मुंबई में भी शुरू हो गया है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (NHSRCL) ने पिछले सप्ताह बीकेसी ग्राउंड पर बैरिकेड्स लगाए क्योंकि यहां भूमिगत स्टेशन बनाया जा रहा है। इस स्टेशन में छह प्लेटफार्म होंगे। इनमें से प्रत्येक प्लेटफार्म की अनुमानित लंबाई 415 मीटर होगी। 16-कोच वाली बुलेट ट्रेन के संचालन के लिए इतनी जगह पर्याप्त है। यह स्टेशन मुंबई मेट्रो की दो लाइनों और इसके आसपास के सार्वजनिक परिवहन साधनों से भी कनेक्टेड होगा।
बांद्रा-कुर्ला में बनेगा एकमात्र भूमिगत स्टेशन
एनएचएसआरसीएल के साइनेज वाली बैरिकेडिंग से पता चलता है कि जल्दी ही स्टेशन बनाए जाने का काम शुरू होगा। इससे पहले NHSRCL ने पिछले वर्ष चार नवंबर को MAHSR C1 पैकेज के तहत बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) हाई स्पीड रेलवे स्टेशन के डिजाइन और निर्माण के लिए वित्तीय बोलियां खोली थीं। इस पूरे कॉरिडोर में बीकेसी एकमात्र भूमिगत स्टेशन होगा।
भूतल से 24 मीटर नीचे होगा स्टेशन
स्टेशन के बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म भूतल से करीब 24 मीटर नीचे बनाए जाने की योजना है। स्टेशन में प्लेटफॉर्म, कॉन्कोर्स और सर्विस तल सहित कुल तीन तल होंगे। स्टेशन पर सभी आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्टेशन के लिए बीकेसी के विशेष नियोजन प्राधिकरण एमएमआरडीए ने भूतल के ऊपर 1.52 हेक्टेयर भूमि और भूतल के नीचे 3.22 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है।
महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण के बाद आई काम में तेजी
बुलेट ट्रेन के कुल 508 किलोमीटर लंबे गलियारे में से 156 किलोमीटर का हिस्सा महाराष्ट्र में, 4 किलोमीटर दादरा और नगर हवेली में और 348 किमी गुजरात में स्थित है। दादरा और नगर हवेली एवं गुजरात में काम काफी तेजी से चल रहा है लेकिन महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण दिक्कतों के कारण इस पर काम सुस्त गति से चल रहा था।
भूमि अधिग्रहण दिक्कतें हल होने के बाद महाराष्ट्र में भी इसके काम की गति में तेजी आई है। बुलेट ट्रेन का 7 किलोमीटर ट्रैक समुद्र के नीचे से गुजरेगा। इससे पहले दिसंबर 2022 में उच्च न्यायालय ने मुंबई शहर और पालघर एवं ठाणे के पड़ोसी जिलों में लगभग 20,000 मैंग्रोव वनस्पति काटने की अनुमति दी थी।
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