Maharashtra: शिंदे सरकार के खिलाफ MVA ने निकाला 'हल्ला बोल' मार्च, उद्धव ठाकरे समेत कई नेताओं ने की शिरकत
महाराष्ट्र की भाजपा व एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ आज महा विकास अघाड़ी ने विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को हल्ला बोल विरोध मार्च नाम दिया गया है। महा विकास अघाड़ी में शामिल तीनों दल कांग्रेस NCP और उद्धव गुट के नेताओं ने इस प्रदर्शन में शिरकत की।
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ महा विकास अघाड़ी (MVA) का आज शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। महा विकास अघाड़ी (MVA) का 'हल्ला बोल' विरोध मार्च भाजपा व एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ निकाला गया। इस मार्च में महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, NCP नेता अजीत पवार ने शिरकत की।
#WATCH | Shiv Sena leader Uddhav Thackeray and NCP leader Ajit Pawar join protest march by Maharashtra Vikas Aghadi (MVA) in Mumbai against the state government and Governor BS Koshyari over his controversial remark on Chhatrapati Shivaji Maharaj pic.twitter.com/iIFUtNiZPj
— ANI (@ANI) December 17, 2022
विरोध मार्च में कई मुद्दों को उठाया गया
दरअसल, महा विकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस महाराष्ट्र अन्याय के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। इस विरोध मार्च में छत्रपति शिवाजी महाराज और महात्मा ज्योतिबा फुले के अपमान का मुद्दा उठाया गया। इसके अलावा महा विकास अघाड़ी ने कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में मराठी-स्पीकरों के खिलाफ अत्याचार और राज्य से बाहर की जा रही औद्योगिक परियोजनाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बालासाहेब थोराट ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने शिंदे सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ प्रमुख परियोजनाओं को महाराष्ट्र से छीन लिया गया और गुजरात को दे दिया गया और वहां भाजपा ने चुनाव जीता। महाराष्ट्र की जनता अपने वोट से भाजपा को कड़ा संदेश देगी।
दिलीप वलसे पाटिल बोले- राज्य के इतिहास छेड़छाड़ न करें
वहीं, एनसीपी नेता दिलीप वलसे पाटिल ने कहा छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ सावित्रीबाई फुले और अन्य महानुभावों के खिलाफ कुछ भी कहा जाए तो महाराष्ट्र की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। शिंदे सरकार को हमारा संदेश है कि उन्हें राज्य के इतिहास को बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
सुप्रिया सुले ने उठाए एकनाथ शिंदे सरकार पर सवाल
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने हल्ला बोल मार्च को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र सरकार न केवल अंतर-राज्य सीमा मुद्दे सहित सभी मोर्चों पर विफल रही है, बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज और अंबेडकर साहब जैसे महापुरुषों का अपमान भी किया है। केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है और देवेंद्र फडणवीस ऐसे बयानों के लिए माफी नहीं मांग रहे हैं।
शरद पवार भी होंगे शामिल
सुप्रिया सुले ने बताया कि इस विरोध मार्च में शरद पवार भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार और महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी के खिलाफ आज मुंबई में विरोध प्रदर्शन करेगी।
क्या बोले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट की सरकार और भाजपा के खिलाफ लोगों के गुस्से को इस विरोध मार्च के जरिए व्यक्त किया जाएगा। मार्च जे जे अस्पताल के पास से शुरू होगा और दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर समाप्त होगा। इस साल जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिराए जाने के बाद एमवीए के विरोध को सहयोगी दलों को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
आशीष शेलार ने महा विकास अघाड़ी को घेरा
हालांकि, भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार ने शुक्रवार को घोषणा की है कि उनकी पार्टी शनिवार को मुंबई में 'माफी मांगो' आंदोलन करेगी। इसके जरिए भाजपा सीधे तौर पर महा विकास अघाड़ी को घेरने की कोशिश करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय राउत ने अंबेडकर की जन्मस्थली पर विवाद पैदा करने की कोशिश की, जबकि एक अन्य नेता सुषमा अंधारे ने भगवान राम, भगवान कृष्ण, संत ज्ञानेश्वर और संत एकनाथ के साथ-साथ वारकरी समुदाय का भी अपमान किया।
पुलिस ने किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अधिकारियों ने कहा कि करीब 2,500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इस 'हल्ला बोल' विरोध मार्च के दौरान किसी तरह की कोई घटना घटित न हो, इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा है। इस बीच, एक अधिकारी ने कहा कि शहर की पुलिस ने एमवीए के विरोध मार्च की अनुमति इस शर्त पर दी है कि आयोजकों को यातायात विभाग और नागरिक निकाय से आवश्यक अनुमति लेनी होगी।
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