Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुंबई लैपटॉप पार्ट्स की तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, करोड़ों का जब्त किया गया सामान; मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार

    Updated: Mon, 10 Jun 2024 04:11 PM (IST)

    मुंबई से एक धोखाधड़ी का मामले सामने आया है। सीमा शुल्क विभाग ने न्हावा शेवा में 4.11 करोड़ रुपये के विभिन्न ब्रांडों के 4600 इस्तेमाल किए गए लैपटॉप और 1000 से अधिक कंप्यूटर पार्ट्स जब्त किए। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। अधिकारियों ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात में एक खेप से इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किया।संयुक्त अरब अमीरात से आयात किए गए थे।

    Hero Image
    मुंबई लैपटॉप पार्ट्स की तस्करी रैकेट का भंडाफोड़

    पीटीआई, मुंबई। मुंबई से एक धोखाधड़ी का मामले सामने आया है। सीमा शुल्क विभाग ने न्हावा शेवा में 4.11 करोड़ रुपये  के विभिन्न ब्रांडों के 4,600 इस्तेमाल किए गए लैपटॉप और 1,000 से अधिक कंप्यूटर पार्ट्स जब्त किए। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या है मामला?

    अधिकारी ने कहा, मिली जानकारी के मुताबिक,जवाहरलाल नेहरू कस्टम हाउस (जेएनसीएच) में विशेष खुफिया और जांच शाखा (एसआईआईबी) (आयात) के अधिकारियों ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात में एक खेप से इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किया।

    उन्होंने कहा कि जब्त किए गए लैपटॉप और 1,546 सीपीयू, जिनकी कीमत 4.11 करोड़ रुपये है, संयुक्त अरब अमीरात से आयात किए गए थे, जबकि इनका आपूर्तिकर्ता हांगकांग में रहता है।

    फर्म का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

    विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की नीति के अनुसार उचित प्राधिकरण के बिना ऐसे सामानों का आयात प्रतिबंधित है। अधिकारी ने इस मामले के बारे में और जानकारी देते हुए बताया है कि इस्तेमाल किए गए लैपटॉप की इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) पटपड़गंज, दिल्ली के माध्यम से मदरबोर्ड केसिंग आदि बताकर तस्करी की जाती थी। उन्होंने कहा कि एसआईआईबी अधिकारियों ने मुंबई और दिल्ली में भी एक साथ तलाशी ली और आयात करने वाली फर्म के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया।

    यह भी पढ़ें: Odisha News: ओडिशा में विधायक दल की बैठक में बदलाव! अब कल होगी मीटिंग, 2 केंद्रीय मंत्री तय करेंगे राज्य का CM

    यह भी पढ़ें: 'इब सरकार में किसानों की...', जयंत को टीवी पर देख यूपी के लोग क्या बोले? अंग्रेजी में शपथ लेने का पड़ा ये असर