नरसिंहपुर: मुस्लिम युवक ने राम मंदिर में किया प्रेम विवाह, शादी का विरोध होने पर अपनाया सनातन धर्म
Madhya Pradesh News नरसिंहपुर में एक मुस्लिम युवक और एक हिंदू युवती ने करेली के श्रीराम मंदिर में गुरुवार की रात वैदिक विधि विधान से शादी रचा ली। युवक ने सनातन अपनाने की वजह यह बताई है की उसे सनातन धर्म में रुचि थीं।
नरसिंहपुर, जेएनएन। Madhya Pradesh News मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में एक खास शादी देखने को मिली है। करीब पांच वर्ष से एक दूसरे से प्रेम कर रहे एक मुस्लिम युवक और एक हिंदू युवती ने करेली के श्रीराम मंदिर में गुरुवार की रात वैदिक विधि विधान से शादी रचा ली। युवक ने सनातन अपनाने की वजह यह बताई है की उसे सनातन धर्म में रुचि थीं। वह अपनी प्रेमिका से विवाह करना चाहता था। इसलिए यह सब किया।
युवक का नामकरण भी हुआ
शादी के बाद युवक का नामकरण भी हो गया। मंदिर में इस दौरान उसके कुछ दोस्त, परिचित और अन्य लोग मौजूद रहे। मामला यह है की जिले में विशेष विवाह अधिनियम 1954 के अन्तर्गत मुस्लिम लड़के और हिंदू लड़की ने विवाह के लिए आवेदन किया था। जिसका पत्र विवाह अधिकारी के सूचना पटल पर लगा तो मामला सुर्खियां में आ गया।
इंटरनेट मीडिया में पर्चा वायरल हुआ तो यह बात भी होने लगी की इस विवाह में जो लोग गवाह बने है उनके विरोध में शोक सभा की जाएगी। यह सब बाते इंटरनेट मीडिया में आई तो पूरे मामले ने मोड़ ले लिया और शाम तक लड़के ने हिंदू धर्म अपनाने का फैसला कर लिया। जिसके पश्चात करेली के ही श्रीराम मंदिर में पूजा कर लड़के ने मुस्लिम से हिंदू धर्म अपनाया।
शिव मंदिर में हुआ प्यार, श्रीराम मंदिर में शादी
जिले की गाडरवारा तहसील के चीचली में रहने वाले युवक फाजिल खान और करेली थाना के ग्राम आमगांव निवासी हिंदू युवती ने बताया की करीब पांच वर्ष पूर्व दोनो की मुलाकात गाडरवारा स्थित डमरू घाटी शिव मंदिर में हुई थी। उसके बाद दोनो की बातचीत होने लगी थीं और दोनो ने विवाह करने का निर्णय ले लिया था।
विशेष विवाह अधिनियम के तहत विवाह किया। विवाह में शिवकुमार दुबे, दीपक काछी और इमाम बी गवाह बने और जब दोनो के विवाह का पर्चा विशेष विवाह अधिकारी के सूचना पटल पर लटका तो मामला ने सुर्खियां पकड़ ली और इंटरनेट मीडिया में वायरल होने लगा। सामाजिक कार्यकर्ताओं के कहने पर लड़के ने हिंदू धर्म अपनाया और फाजिल खान से अमन राय बना।