मध्य प्रदेश में 'उपहारों की बारिश' क्या दिला पाएगी सत्ता? मतदाताओं को लुभाने में जुटी कांग्रेस और भाजपा
मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं उपहारों की बारिश शुरू हो गई है। भाजपा और कांग्रेस मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं लेकिन इन वादों को पूरा करने के लिए बजट कहां से आएगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
भोपाल, आईएएनएस। Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को लुभाने के लिए हर हथकंडे अपना रही हैं, जिसमें अपने-अपने चुनाव प्रचार में कई तरह के वादे करना भी शामिल है। दोनों दल आगामी विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं, क्योंकि राज्य में 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखी गई थी, जिसमें दोनों दल पूर्ण बहुमत हासिल करने में विफल रहे थे।
कांग्रेस को 114 सीटों पर मिली जीत
230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 114 सीटें जीती थीं, जबकि भगवा पार्टी के पास 109 सीटें थीं। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी, जिसे बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में 22 नेताओं के दलबदल के कारण मार्च 2020 में भंग कर दिया गया था।
भाजपा सरकार ने शुरू की कई योजनाएं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने मतदाताओं के बीच लोकप्रियता हासिल करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें 'लाडली बहना' योजना भी शामिल है, जिसके माध्यम से राज्य की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये की राशि प्राप्त होगी।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को मिलेंगे 8 हजार रुपये
'युवा नीति' कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही यह भी एलान किया गया है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को 8000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी और भर्ती परीक्षाओं की फीस वर्ष में एक बार ही देनी होगी। सत्तारूढ़ सरकार ने आदिवासी वर्ग के लिए अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत विस्तार (PESA) को भी लागू किया है और अनुसूचित जाति के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं।
महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही कांग्रेस
दूसरी ओर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य में महत्वपूर्ण 48 प्रतिशत महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में घोषणा की है कि पार्टी की सरकार बनने पर महिलाओं को 1,500 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि महिलाओं को केवल 500 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत में भी योगदान दिया था।
योजना के लिए बजट कहां से आएगा?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव जीतना सत्ता पक्ष और विपक्षी कांग्रेस दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। इन दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही पार्टियां चुनाव जीतने के लिए आकर्षक योजनाओं की शुरुआत कर रही हैं, लेकिन वे अभी तक इस बात का जवाब नहीं दे पाई हैं कि उन्हें इसके लिए बजट कहां से मिलेगा।