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Damoh News: छात्राओं को हिजाब में दिखाने वाले स्कूल को लेकर एक बड़ा खुलासा, तीन शिक्षिकाओं का हुआ था मतांतरण

Damoh News हिन्दू लड़कियों को हिजाब में दिखाकर पोस्टर लगाने वाले स्कूल को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है कि उस स्कूल की तीन शिक्षिकाओं का मतांतरण किया गया था। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे।

By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariPublished: Mon, 05 Jun 2023 03:23 PM (IST)Updated: Mon, 05 Jun 2023 03:23 PM (IST)
Damoh News: छात्राओं को हिजाब में दिखाने वाले स्कूल को लेकर एक बड़ा खुलासा, तीन शिक्षिकाओं का हुआ था मतांतरण
दमोह के तीन स्कूलों में हुआ तीन शिक्षिकाओं का हुआ मतांतरण

दमोह, ऑनलाइन डेस्क।  दामोह जिले के गंगा जमुना स्‍कूल में पोस्टर से शुरू हुआ विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को स्कूल से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, स्कूल में पढ़ने वाली तीन शिक्षिकाओं के मतांतरण का राजफाश हो गया है।

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तीन शिक्षिका का हुआ मतांतरण

गंगा जमुना स्कूल को लेकर एक नई बात सामने आई है कि इस स्कूल में पढ़ाने वाली तीन शिक्षिका का मतांतरण किया गया था। राज्य बाल आयोग की टीम को कई अहम सबूत मिले हैं और जांच के दौरान भी कई खुलासे होने की उम्मीद है। इस बात की जानकारी बाल कल्‍याण समिति के सदस्य दीपक तिवारी की ओर से दी गई है।

सीएम ने दिए थे जांच के निर्देश

हिजाब मामले को लेकर सुगबुगाहट तेज होते ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दामोह के कलेक्टर को शीघ्र और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद काफी तेजी से इस मामले में जांच शुरू हो गई थी। इस संबंध में दमोह कलेक्टर और एसपी ने शुक्रवार को पत्रकारों के बीच कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार इस प्रकरण में हाई पावर कमेटी एसडीएम के नेतृत्व में बनाई गई है, जो इस संपूर्ण मामले की जांच कर रही है।

स्कूल के प्रबंधक ने मांगी माफी

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार सुबह गंगा जमुना स्कूल के प्रबंधक मोहम्मद इदरीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माफी मांगी है। इसके साथ ही अब हिजाब से भी मुक्ति मिल गई है। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने ड्रेस कोड से स्कार्फ (हिजाब) की अनिवार्य था, जिसे हटा दिया गया था। हालांकि, हिजाब की जगह कहा गया है कि लड़कियां दुपट्टा पहन सकते हैं। इसके अलावा, स्कूल में 'लब पे आती है दुआ' जैसे गीत भी गाए जाते थे, जिसकी जगह अब राष्ट्रगान गाए जाते हैं।

क्या था पूरा मामला?

दरअसल, स्कूल के परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद स्कूल की बच्चियों का पोस्टर लगाया गया था। इसके बाद विवाद यहां उठा था कि इस पोस्टर पर हिंदू लड़कियों को भी हिजाब पहनाए हुए दिखाया गया था। मामले की जांच की गई, तब पता चला कि स्कूल के ड्रेस कोड में हिजाब जोड़ दिया गया है और हिंदू लड़कियों को जबरदस्ती हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके बाद स्कूल का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कराने की मांग उठाई गई थी।


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