MP News: जमीन को लेकर भाई ने की भाई की हत्या, सोते वक्त लाठी से की जमकर मारपीट
मध्य प्रदेश में रतलाम जिला मुख्यालय से करीब 16 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम लालगुवाड़ी में जमीन को लेकर एक भाई ने दूसरे की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग गया था लेकिन पुलिस ने उसे बाद में परकड़ लिया।
भोपाल, जागरण डिजिटल डेस्क। मध्य प्रदेश में रतलाम जिला मुख्यालय से करीब 16 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम लालगुवाड़ी में मंदिर के सामने बने ओटले पर सो रहे 60 वर्षीय किसान गलिया डामर पुत्र दूला डामर निवासी ग्राम लालगुवाड़ी की जमीन विवाद के चलते उसके ही चचेरे भाई आरोपित मांगू डामर पुत्र हेमा डामर ने लाठी से पीटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपित भाग निकला। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
मृतक के पिता की थी जमीन
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक के दामाद राजू भाभर ने बताया है कि उसके ससुर गलिया डामर के पास पांच बीघा जमीन है, जो उनके पिता ने करीब 30 वर्ष पहले खरीदी थी। आधी जमीन पर 15 वर्ष पहले से गलिया के भाई हेमा डामर के परिवार ने कब्जा कर रखा है।
उनका ऐसा कहना है कि पूरी की पूरी जमीन उनकी है और जमीन वे लेकर रहेंगे। इसे लेकर आए दिन हेमा का पुत्र मांगू डामर व स्वजन गलिया के साथ विवाद कर धमकाते रहते हैं।
पशु चराने के बाद आराम से सो रहा था गलिया
गलिया डामर रोज पशु चराने के लिए जंगल में जाते हैं। गुरुवार को भी वे पशु चराने जंगल में गए थे व दोपहर करीब दो बजे भोजन करके कालिका माताजी के ओटले पर हमेशा की तरह आराम करने के लिए सो गए थे।
तभी आरोपित मांगू डामर लाठी लेकर पहुंचा व उन पर हमला कर जमकर मारपीट की और लाठी से अनेक वार किए। इससे गलिया की कमर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं। उसने गलिया डामर का गला भी दबा दिया था।
जान बचाकर जैसे-तैसे भागा गलिया
जैसे-तैसे गलिया डामर बचकर दौड़ते हुए करीब आधा किलोमीटर दूर गांव में एक स्थान पर पहुंचे, जहां गांव के एक व्यक्ति को उन्होंने घटना बताकर उन्हें (दामाद) को फोन लगाने के लिए कहा। उसने दामाद राजू को फोन लगाकर बताया कि गलिया डामर की तबीयत खराब है, जल्दी आ जाओ। राजू वहां पहुंचा और बाइक पर बैठाकर ससुर गलिया डामर को अस्पताल ले जाने की बजाय घर ले गया।
दामाद ने अस्पताल पहुंचाने में नहीं की मदद
ससुर गलिया डामर ने राजू को बताया कि जमीन विवाद को लेकर चचेरे भाई मांगू डामर ने लाठी से पीटा है। उन्हें चोट आई है। कमर में दर्द हो रहा है। इसके बाद भी राजू गलिया को अस्पताल नहीं ले गया। शाम करीब पांच बजे गलिया ने दम तोड़ दिया। इसके बाद शाम करीब छह बजे पुलिस को सूचना दी गई। दीनदयाल नगर थाना प्रभारी दिलीप राजोरिया व अन्य पुलिसकर्मी गांव पहुंचे।
सफाई में दामाद ने कह दी ये बात
रात में शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया। यह पूछने पर कि तत्काल गलिया डामर को अस्पताल क्यों नहीं ले गए? राजू ने कहा कि घर में थोड़ा आराम के लिए रुके थे। उसके बाद अस्पताल ले जाते। यदि समय पर गलिया डामर को अस्पताल ले जाया जाता तो उनकी जान बच सकती थी।
शुक्रवार दोपहर साढ़े बारह बजे पोस्टमार्टम कराकर शव उसके स्वजन को सौंप दिया गया। उधर, पुलिस ने आरोपित मांगू को हिरासत में ले लिया है।
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