प्रदूषण पर लास्‍ट वार: लंदन ने दिखाई दुनिया को राह, विश्‍व का पहला अल्‍ट्रा लो एमिशन जोन बना ये शहर

प्रदूषण से जूझ रही दुनिया को लंदन शहर ने एक नई राह दिखाई है। खासकर भारत की राजधानी दिल्‍ली के लिए यह सबक हो सकता है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 09 Apr 2019 12:47 PM (IST) Updated:Tue, 09 Apr 2019 01:55 PM (IST)
प्रदूषण पर लास्‍ट वार: लंदन ने दिखाई दुनिया को राह, विश्‍व का पहला अल्‍ट्रा लो एमिशन जोन बना ये शहर
प्रदूषण पर लास्‍ट वार: लंदन ने दिखाई दुनिया को राह, विश्‍व का पहला अल्‍ट्रा लो एमिशन जोन बना ये शहर

लंदन, एजेंसी । ब्रिटिश की राजधानी लंदन 24 घंटे, सात दिन एक सप्‍ताह अल्‍ट्रा लो एमिशन जोन  ( ULEZ ) लागू करने वाला दुनिया का पहला शहर बन गया है। अब इस शहर में चलने वाले वाहनों को सख्‍त उत्‍सर्जन मानकों को पूरा करना होगा। इन मानकों का उल्‍लंघन करने पर उन्‍हें भारी शुल्‍क भरना होगा। प्रदूषण से जूझ रही दुनिया को लंदन शहर ने एक नई राह दिखाई है। खासकर भारत की राजधानी दिल्‍ली के लिए यह सबक हो सकता है।
दरअसल, लंदन में अल्‍ट्रा लो इमिशन जोन की शुरुआत फरवरी 2017 में हुई थी। इसके तहत लंदन के सिटी सेंटर में अत्‍यधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के लिए अतिरिक्‍त शुल्‍क वसुलने का प्रावधान किया गया था। इसके प्रभाव से इस जोन में प्रवेश करने वाले वाहनों की संख्‍या में भारी गिरावट आई। करीब 11,000 वाहन प्रतिदिन कम हुए। इसका असर प्रदूषण पर भी पड़ा। जहरीली हवा में करीब 55 फीसद की गिरवाट आई। ULEZ लंदन की आबोहवा को साफ करने की योजना में दूसरा चरण है, इसे टी-चार्ज की संज्ञा दी गई। इन प्रयासों के तहत लंदन में लाल बस सेवा का विस्‍तार किया जाना शामिल है। अक्‍टूबर 2020 तक लंदन में करीब 9200 वाहन ULEZ के मानकों को पूरा करेंगे।

भरना होगा भारी जुर्माना
नए कानून के तहत नियमों का उल्‍लंघन करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है। इस कानून की खास बात यह है कि जुर्माने की जद में न केवल छोटे व भारी वाहन शामिल हैं, बल्कि इसके दायरे में मोटरसाइकिलों को भी शामिल किया गया है। इसका मकसद प्रदूषण फैलाने वालों वाहनों को हतोत्‍साहित करना है। नए कानून में जुर्माने को दो श्रेणियों में बांटा गया है। पहले श्रेणी में कार, वैन, ट्रक एवं मोटरसाइकिल है। नियमों का उल्‍लंघन करने पर इनसे 16 डॉलर का जुर्माना वसूला जाएगा। दूसरे श्रेणी में भारी वाहनों को शामिल किया गया है। इसमें ट्रक, बस और कोच शामिल हैं। नियमों को तोड़ने पर इनसे 130 डॉलर यानी करीब 100 पौंड का जुर्माना लगाया जाएगा। 

क्‍या  है अल्‍ट्रा लो इमिशन जोन  ( ULEZ )
अल्‍ट्रा लो एमिशन जोन 8 अप्रैल से ब्रिटिश की राजधानी के मध्‍य लंदन में लागू हुआ। यह लंदन में वायू प्रदूषण को कम करने के उपायों में से एक है। इस कानून का मकसद राजधानी में पूराने व अधिक प्रदूषण फैलाने वाहनों को रोकने के लिए बनाया गया है। इन नियमों का उल्‍लंघन करने पर कठोर जुर्माने का प्रावधान है। खास बात यह है कि नियमों का उल्‍लंघन करने पर लोगों को दैनिक शुल्‍क का भुगतान करना होगा। यह 24 घंटे संचालन में रहेगा। है। इसके लिए लंदन के परिवहन विभाग ने इस बाबत एक वेबसाइट भी बनाई है। इस वेबसाइट पर नए नियमों की जानकारी होगी। इस वेबसाइट के जरिए यह मालूम हो जाएगा कि वाहन अपडेट है कि नहीं।

लंदनवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन- महापौर
लंदन के महापौर सादिक खान ने कहा कि इस योजना से दस लाख लंदनवासियों को प्रदूषण से राहत मिलेगी। खान ने कहा कि प्रदूषण के खिलाफ यह हमारी महत्‍वाकांक्षी योजना है। लंदन की हवा को साफ करने के लिए ULEZ हमारी योजना का केंद्र बिंदु है। उन्‍होंने कहा 8 अप्रैल का दिन लंदनवासियों के लिए ऐतिहासिक है। उन्‍होंने प्रदूषण को अदृश्‍य हत्‍यारे की संज्ञा दी। खान ने कहा जहरीली हवा देश के लिए एक राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य आपात स्थिति है।  

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